एनपी न्यूज़ डेस्क | navpravah.com
पाकिस्तान के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक के दो साल पूरे होने के मौके पर एक बार फिर भारतीय सुरक्षाबलों ने मुंहतोड़ जवाब देकर अपने एक जवान की शहादत का बदला ले लिया है।
सीमा सुरक्षाबल ने बताया कि, अपने सैनिक की मौत का बदला लेने के लिए हमने नियंत्रण रेखा पर पर्याप्त कार्रवाई की है। बीएसएफ के निवर्तमान महानिदेशक के के शर्मा ने बताया कि, अपने सैनिक की मौत का बदला लेने के लिए हमने नियंत्रण रेखा पर पर्याप्त कार्रवाई की है।
बीते 18 सितंबर को एलओसी पर पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम के हमले में हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह की शहादत हो गई थी। के.के. शर्मा ने बताया, जिस समय यह घटना हुई, उस समय हमने देखा कि दूसरा पक्ष गायब हो गया था।
30 सितंबर को सेवानिवृत्त होने जा रहे शर्मा ने बताया कि, जवान के सीने में तीन गोलियां मारी गईं, उन्हें बाड़ के दूसरी तरफ खींचकर ले जाया गया, उनके पैर बांध दिए गए और गला रेत दिया गया था।
बीएसएफ डीजी के बयान से मिलता-जुलता बयान ही केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी दिया है, उन्होंने मुजफ्फरनगर में एक कार्यक्रम के दौरान बताया कि दो साल पहले की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बावजूद भी पाकिस्तान अपनी करतूत से बाज नहीं आ रहा है और हम उसे सही ढंग में जवाब दे रहे हैं।
वहीं, बीएसएफ प्रमुख ने कहा कि जम्मू के रामगढ़ सेक्टर में सात अन्य कर्मियों के साथ बाड़ के पास गए जवान की बंदूक और गोला बारूद को (हमलावर) साथ ले गए। उन्होंने ये भी कहा, यह घटना अपने आप में पहली तरह की घटना है क्योंकि आम तौर पर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बैट की कार्रवाई देखने को नहीं मिलती है, यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है।