एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
अंडर 19 वर्ल्डकप के फाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया है। भारत ने इस टूर्नामेंट में पृथ्वी शॉ की कप्तानी में एक भी मैच नहीं हारा है। भारत का पहला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से था, जिसमें टीम ने 100 रन से जीत हासिल की है। इस मुकाबले में पृथ्वी ने 94 रन की बेहतरीन पारी खेली है।
टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने खिताबी मुकाबला जीतने के बाद कहा कि इस जीत का पूरा श्रेय खिलाड़ियों और सपोर्टिंग स्टाफ को जाता है। वहीं पृथ्वी ने कहा कि उनकी सफलता का श्रेय राहुल द्रविड़, कोच ज्वाला सिंह और उनके पिता को भी जाता है। पृथ्वी ने एक निजी अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा कि मैं अपने पापा, कोच राहुल और ज्वाला सर के मंत्र से यहां तक का सफर तक कर पाया हूं। वर्ल्डकप के दौरान राहुल सर की क्लास से हम आज चैम्पियन बने हैं। पृथ्वी ने बताया राहुल सर कहते हैं, क्रिकेट सिर्फ एक बॉल का खेल है। इसलिए हर बॉल को सीरियस लेना चाहिए।
पृथ्वी ने कहा कि उनके लिये अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त कर पाना संभव नहीं है। यहां से मैं कई सुनहरी यादें लेकर जा रहा हूँ। मैं बयां नहीं कर सकता कि इस समय क्या महसूस कर रहा हूं, मैं बहुत खुश हूं। शॉ ने यहां भारतीय टीम को मिले समर्थन पर हैरानी जताते हुए कहा कि वे सभी हमें देखने आये और पहली गेंद से हमारा साथ दिया। हमें उनसे बहुत प्यार मिला जिसकी हमने कल्पना नहीं की थी।
यह पूछने पर कि ऑस्ट्रेलियाई पारी खत्म होने के बाद उन्होंने अपने खिलाड़ियों से क्या कहा जिसपर उन्होंने बताया कि यह बड़ा स्कोर नहीं था, लेकिन मैं नहीं चाहता था कि टीम इसे हलके में ले। यह विश्व कप फाइनल था और हमें शांतचित्त होकर खेलना था।