ब्यूरो | नवप्रवाह न्यूज़ नेट्वर्क
किसी काम से NORI वीज़ा पर पाकिस्तान गए लोग लॉकडाउन के चलते अब वो वहां फंस गए हैं। NORI वीज़ा का मतलब होता है ‘नो आब्जेक्शन टू रिटर्न टू इंडिया’। ये वीज़ा भारत ऐसे पाकिस्तानियों को जारी करता है, जिन्होंने किसी भारतीय नागरिक से शादी की हो और भारत में लॉन्ग टर्म वीज़ा पर रह रहे हों। वे जब संबंधियों से मुलाक़ात या किसी और काम के लिए पाकिस्तान जाते हैं, तो उन्हें NORI वीज़ा दिया जाता है।
पाकिस्तान की अफ्शां सैफ़ ने भारतीय नागरिक आहिल सैफ़ से शादी की, वे आठ साल से भारत में रह रही थीं। फ़रीदाबाद FRRO से NORI वीज़ा मिलने के बाद वे अपने मायके कराची गईं, लॉकडाउन के चलते बाद विदेशी यात्रा प्रतिबंधों के कारण वे वहीं फंसकर रह गई हैं।
अफ्शां सैफ़ के साथ उनके दो छोटे बच्चे हैं जो जन्म के आधार पर भारत के नागरिक हैं और उनके पास भारतीय पासपोर्ट हैं, पर वे भी मां के साथ वहीं फंसे हैं, इन्होंने एक वीडियो जारी कर भारत सरकार से लौटने देने की गुहार लगाई है।
ऐसे क़रीब 500 लोग हैं, जो इस तरह पाकिस्तान गए और वहां फंस गए हैं। बहुतों की NORI वीज़ा की अवधि भी ख़त्म हो रही है जो अमूमन 45 दिनों की होती है, इसी दौरान वे लौटना होता है, कई महीनों से ये लोग इसे बढ़ाने की भी गुहार लगा रहे हैं ताकि लौटते समय दिक़्क़त न हो।
पाकिस्तान में फंसे क़रीब 750 भारतीय नागरिकों को हाल ही में वाघा अटारी बॉर्डर के जरिए भारत वापस लाया गया है। NORI वीज़ा वालों की गुहार है कि भारत सरकार जल्द ही उन्हें भी वापिस आने दे। बहुतों के पैसे ख़त्म हो गए हैं और कुछ लोग एक रिश्तेदार से दूसरे रिश्तेदार के घर सिर छिपाने को मजबूर हो रहे हैं।
पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग के क़रीबी सूत्रों का कहना है कि पहले सभी भारतीय नागरिकों को वापिस निकालना प्राथमिकता है। 748 भारतीय वापस लौट चुके हैं, 114 भारतीय 9 जुलाई को लौट रहे हैं। इनके अलावा 70-80 और भारतीय नागरिक पाकिस्तान में और हैं, जिनकी वापसी की कोशिश की जा रही है।