सर्दी के मौसम में हेल्दी रहने के लिए अपनाए ये उपाय  

सर्दियों में अपनाए ये उपाय

पारुल पाण्डेय | Navpravah.com 

सर्दियों के मौसम में आजकल सर्दी से परेशान मरीज आम हो गए हैं। लोगों की चिंता का कारण यह होता है कि वे किस तरह खुद को सर्दी के मौसम में स्वस्थ रख पाएं। दरअसल लोगों को आसानी से सर्दी हो जाने के कारण इस मौसम में तेज़ी से फैलनेवाला इन्फ्लूएंजा वायरस है।  

इस संक्रामक वायरस से लोग आसानी से ठंड में सर्दी के शिकार हो जाते हैं। सर्दी में लोग ज्यादातर घर में रहना पसंद करते हैं, इससे हमारे आसपास के वातावरण में वायरस को पकड़ने और छोड़ने की गति बढ़ जाती है। खुली हवा में जाने से हमारे फेफड़ों में वेंटिलेशन बढ़ जाता है और इससे संक्रमण का जोखिम कम होता है।

इस मौसम में खुद को बचाने के लिए हमें इन सावधानियों को बरतना जरुरी है-

खुद को बिमारी से बचाने के लिए इस मौसम में अधिक पानी का सेवन करना चाहिए। पर्याप्त पानी पिएं और विटामिन सी से भरपूर खाना खाएं। विटामिन सी आपके प्रतिरक्षा-तंत्र को मजबूत रखने में मदद करता है सर्दी में नियमित रूप से व्यायाम करना जरूरी है। पूरे दिन थोड़ी-बहुत गतिविधि से भी अच्छा लाभ मिल सकता है।

इस दौरान वायरस और जीवाणु से बचने का सबसे आसान तरीका है कि आप अपने हाथों को दिन में कई बार धोएं। आप कई लोगों से हाथ मिलाते हैं, वस्तुएं छूते हैं, जैसे दरवाजे के हैंडल, लिफ्ट बटन और ऐसी कई अन्य चीजें, जो संक्रमित व्यक्तियों द्वारा भी इस्तेमाल की जाती हैं। यदि संभव हो तो गुनगुने पानी के साथ अपने हाथों को धो लें और यदि धोना संभव नहीं है, तो सैनिटाइजर का प्रयोग दिन में बार-बार करें।

यात्रा के दौरान सावधानी बरतना भी उतना ही जरुरी है, यदि आप सार्वजनिक परिवहन सेवा का इस्तेमाल करते हैं या भीड़ भरे स्थान पर जाते हैं, तो कृपया संक्रमण से बचने के लिए ऐसे लोगों से दूर रहें, जो खांस या छींक रहे हो। यदि आप स्वयं एक रोगी हैं तो खांसी या छींकने के दौरान कुछ डिस्पोजेबल टिशू पेपर का प्रयोग करें। यदि खांसी अचानक आ जाए तो अपनी हथेलियों पर खांसी या छींक न मारें, क्योंकि आप सामान्य वस्तुओं को छूएंगे या किसी से हाथ मिलाएंगे, तो यह वायरस औरों तक जा सकता है।  

विटामिन डी की आपूर्ति का पूरा ध्यान रखना जरुरी है। अपने घर या दफ्तर से बाहर कुछ समय बिताने की कोशिश करें, क्योंकि जब भी आप ऐसा करते हैं , तो आप अपने फेफड़ों को ताजी हवा से साफ करते हैं और सूर्य के प्रकाश से कुछ विटामिन डी भी अवशोषित होता है। लगभग 90% भारतीय विटामिन डी की कमी से जूझ रहे हैं। पर्याप्त विटामिन डी अवशोषित करने के लिए दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक 45 मिनट के लिए सूर्य की रोशनी में होना काफी है। आपको ऊनी कपड़ों के बिना अपने आपको अत्यधिक ठंडे मौसम में जाने से बचना चाहिए। 

हमें सर्दियों में अपने खान-पान को लेकर सजग और सतर्क रहने की आवश्यकता है। विशेषज्ञ सर्दियों में ठंडे पेय के स्थान पर ग्रीन टी, कॉफी, सूप, गर्म पानी और अन्य गर्म तरल पदार्थों के सेवन को बढ़ाने की सलाह देते हैं, जो शरीर में वायरस के बढ़ने की आशंकाओं को कम करते हैं। 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.