एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
चुनाव आयोग ने लाभ के पद पर रहने के आरोप में दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया है। आयोग ने अपनी सिफारिश मंजूरी के लिए राष्ट्रपति को भेज दी है। आप विधायकों के खिलाफ राष्ट्रपति के पास 30 साल के वकील प्रशांत पटेल ने अर्जी डाली थी। प्रशांत ने साल 2015 में वकालत शुरु की थी। सितंबर 2015 में उन्होंने तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सामने याचिका दायर कर संसदीय सचिवों की गैरकानूनी नियुक्ति पर सवाल खड़े किए थे।
प्रशांत पटेल ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीएससी की और उसके बाद नोएडा के एक कॉलेज से एलएलबी की है।
वह इसके पहले बॉलीवुड एक्टर आमिर खान और डायरेक्टर राजकुमार हिरानी के खिलाफ भी फिल्म PK में हिंदू देवी देवताओं का गलत चित्रण करने को लेकर एफआईआर दर्ज करा चुके हैं। चुनाव आयोग के फैसले के बाद पटेल ने आप विधायकों के उन आरोपों को बेबुनियाद बताया है, जिसमें कहा गया है कि फैसला देने से पहले उन्हें पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया।
पटेल ने कहा कि ऐसे में आप विधायकों का यह कहना हास्यास्पद है कि उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका नही मिला है। वैसे भी अभी तक इस मामले में 11 बार सुनवाई हो चुकी है और सभी सुनवाई 2 से 3 घंटे हुई थी।