राजेश सोनी | Navpravah.com
शिवसेना ने अपने राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में बड़ा फैसला लिया है। शिवसेना ने कहा कि अगले 2019 के लोकसभा चुनाव में शिवसेना भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेगी। शिवसेना के राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भाजपा से अलग चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा था। संजय राउत के इस प्रस्ताव को पार्टी ने सर्वसम्मति से मान लिया।
शिवसेना का मानना है कि बीजेपी के साथ होने से पिछले तीन साल में उसका मनोबल गिरा है। शिवसेना ने ऐलान किया है कि वह न सिर्फ अगले लोकसभा चुनाव, बल्कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी अकेले मैदान में जाएगी। गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद से ही दोनों पार्टी के बीच फासले बढ़ चुके है। शिवसेना केंद्र की मोदी सरकार पर कोई भी निशाना साधने के मौके नहीं छोड़ती है। वहीं मुख्यमंत्री फड़णवीस पर शिवसेना काफी समय से हमलावर बनी हुई है।
केंद्र की बात करें तो शिवसेना ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का समर्थन किया था। इन चुनावों में राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से शिवसेना ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि बीजेपी ने 23 सीटों पर कब्जा किया था। राज्यसभा में शिवसेना के तीन सांसद है। वहीं महाराष्ट्र के विधानसभा में 63 सीटों के साथ शिवसेना दूसरी सबसे बड़ी पार्टी है। शिवसेना सीमा पर जवान के शहादत और राज्य में किसान आत्महत्या को लेकर भाजपा सरकार से नाखुश है।