मिलिट्री भर्ती के लिए ली गई लिखित परीक्षा में परीक्षार्थियों से लाखों रुपए ऐंठकर घोटाला किये जाने का मामला सामने आया है. इस घोटाले का पर्दाफाश करते हुए मिलिट्री इंटलीजेंस और पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा की गई संयुक्त कार्रवाई में मिलिट्री के एक क्लर्क समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस घोटाले में करीबन 19 परीक्षार्थियों से लाखों रुपए लेकर उन्हें पास किये जाने का खुलासा हुआ है.
दो क्लर्क गिरफ्तार
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों में मिलिट्री के क्लर्क रविंद्र राठौड़ (निवासी राजस्थान) और वेनसिंग लालासिंग रावत (45, निवासी पिंगले बस्ती, मुंढवा मूल निवासी अजमेर, राजस्थान) का समावेश है. उनके खिलाफ पुणे के वानवड़ी पुलिस थाने में मामला दर्ज करने का काम शुरू है. बताया जा रहा है कि आज वानवडी के मिलिट्री ऑफिस में भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी. इसमें राज्यभर से परीक्षार्थी शामिल हुए थे. मिलिट्री इंटलीजेंस को आज की लिखित परीक्षा में परीक्षार्थियों से पैसे ऐंठे जाने की खबर मिली थी.
क्राइम ब्रांच के साथ मिल कर कार्रवाई
इसके अनुसार मिलिट्री इंटलीजेंस ने क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर कार्रवाई का प्लान बनाया. पुलिस उपायुक्त बच्चन सिंह के मार्गदर्शन में एक दस्ता गठित किया गया. इस दस्ते और इंटलीजेंस की टीम ने उक्त दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. इसमें पता चला कि आरोपी रावत ने मिलिट्री के क्लर्क राठौड़ की मदद से 19 परीक्षार्थियों से 3 से 4 लाख रुपए वसूलकर उन्हें परीक्षा में पास कराने का झांसा दिया था. परीक्षा से पहले उनके कागजात भी उन्होंने अपने पास रखे थे और पास होने के बाद हमने ही पास कराया बताकर पैसे लेकर कागजात दे रहे थे. दोनों आरोपियों को पकड़कर वानवड़ी पुलिस के हवाले किया गया. खबर लिखे जाने तक उनके खिलाफ मामला दर्ज करने का काम जारी था.