देश के सबसे बड़े सार्वजनिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने कल चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के नतीजों को जारी किया है। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बैंक को 2,416.37 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक को 2,610 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। समीक्षाधीन तिमाही में प्रोवीजन और आकस्मिक व्यय में सालाना आधार पर 111 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में बैंक का सकल एनपीए बढ़कर 1.99 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 1.86 लाख करोड़ रुपए और पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 1.08 लाख करोड़ रुपए था। अगर रुपये में एसबीआई के एनपीए की बात की जाएम, तो तिमाही आधार पर तीसरी तिमाही में ग्रॉस एनपीए 1.86 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.99 लाख करोड़ रुपये रहा है।
देश की दिग्गज स्टील निर्माता कंपनी टाटा स्टील का एकीकृत शुद्ध लाभ तीसरी तिमाही में पांच गुना बढ़कर 1,135.92 करोड़ रुपए हो गया है। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 231.90 करोड़ रुपए था। टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन ने कहा कि पिछले नौ महीनों में टाटा स्टील ने मजबूत प्रदर्शन किया और कंपनी को आगे भी प्रदर्शन में तेजी बने रहने की उम्मीद है।
बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि उसकी कुल आय भी इस दौरान पिछले वित्त वर्ष के 4,864.21 करोड़ रुपए से गिरकर 3,721.93 करोड़ रुपए पर आ गई। इस दौरान बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता में भारी गिरावट आई है।