एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.co
नोटबंदी के बाद सरकार के रडार पर आई शेल कंपनियों से जुड़े लोगों पर अब कार्रवाई तेज होने वाली है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में सरकार ऐसे लोगों पर बड़ी कार्रवाई करने वाली है।
कंपनियों के जरिए हुए ट्रांजैक्शन की डिटेल्स मिली हैं। इन डिटेल्स के आधार पर सरकार कार्रवाई की तैयारी कर रही है। जानकारी के अनुसार, शेल कंपनियों से जुड़े कुछ मामलों में SFIO की जांच भी शुरू हो चुकी है।
कॉरपोरेट मंत्रालय को बैंकों से जो डिटेल्स मिली हैं उनमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। नोटबंदी के दौरान इन शेल कंपनियों के जरिए मोटी ट्रांजैक्शन की गई थीं। बाद में इन कंपनियों की मदद से ही नोटबंदी के वक्त बैंकों में जमा की गई पूरी राशि निकाल ली गई थी।
इससे पहले भी शेल कंपनियों को लेकर लगातार जानकारी सामने आई हैं। कुछ महीने पहले ही सरकार ने 2.97 लाख कंपनियों को नोटिस भेजा था। यह सभी कंपनियां शेल कंपनियां हैं। हालांकि, इनमें से 60 कंपनियों ने बाद में कंपलायंस पूरा कर लिया। अब इनसे जुड़े लोगों पर कार्रवाई की जानी है।
संसद की एक समिति ने हाल ही में सरकार से शेल कंपनियों की परिभाषा तय करने को कहा है। समिति ने पूछा है कि कंपनी कानून में यह साफ तौर पर बताए कि शेल कंपनियां किसे कहा जाए, समिति ने यह भी कहा कि धोखाझड़ी करने वाले और पर्याप्त जानकारी न देने वालों के बीच क्या फर्क है। यह भी साफ करना चाहिए।