राजेश सोनी | Navpravah.com
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में हजारों की संख्या में पश्तूनों ने सरकार के खिलाफ नारे लगाकर प्रदर्शन किया और आजादी की मांग की है। यह प्रदर्शन इस्लामबाद स्थित प्रेस क्लब के बाहर हुआ। पश्तून लगातार अपने समुदाय के खिलाफ हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन से नाखुश हैं।
पश्तूनों ने 13 जनवरी को कराची में हुए फर्जी एनकाउंटर में मारे गए नक़ीब महसूद को न्याय दिलाने के लिए लांग मार्च किया था। इस लांग मार्च में ख़ैबर पख्तूनख्वाह और बलूचिस्तान प्रांतों से करीब दस हज़ार से ज्यादा पश्तूनों ने हिस्सा लिया था।
खबर के मुताबिक़, पश्तून समुदाय से ताल्लुक़ रखने वाला नक़ीब महसूद के खिलाफ पुलिस ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से संबंध रखने का झूठा केस लगाया था, जिसके बाद उसका एनकाउंटर कर दिया गया था। नक़ीब के परिवार ने इस एनकाउंटर को फर्जी करार दिया था। जिसके बाद सरकार ने इस एनकाउंटर के जांच करवाने के आदेश दे दिए थे। जांच आयोग ने बताया था कि एनकाउंटर फर्जी था और नक़ीब बेकसूर था।
गौरतलब है कि 26 जनवरी को वज्रिस्तान के लोगों ने भी पाकिस्तान में पश्तूनों के खिलाफ हो रहे जाति संहार, फाटा में मानवाधिकार उल्लंघन और राज्य में आतंकवाद को संरक्षण के खिलाफ खैबर पख्तूनख्वाह से लांग मार्च किया था।