एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी ने कल कहा था कि उनकी जान को खतरा है। उन्होंने कहा कि उनके साथ जैसी-जैसी इस वक्त घटना हो रही है, उससे उन्हें इस बात की पूरी आशंका है।
उन्होंने कहा कि वह इससे डरेंगे नहीं, क्योंकि वह अपनी कब्र खुदवा चुके हैं। रिजवी ने इससे पहले मदरसा बोर्ड भंग करने की मांग उठाई थी, जिसके बाद वे मौलानाओं के निशाने पर आ गए। उन्होंने पीएम मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस संबंध में एक चिट्ठी भी लिखी थी कि मदरसों से आतंकवाद बढ़ रहा है, वहीं से आतंकी पैदा हो रहे हैं।
नवभारत टाइम्स के अनुसार, रिजवी का मदरसों को लेकर कहना है, “मदरसों में बच्चों को दीनी शिक्षा दी जा रही है, उससे बच्चों का क्या होगा? मदरसों में मौलाना कई बार हिंदुओं को काफिर बताते हैं तो कभी कुछ और, ऐसे में वहाँ सब क्या सीखेंगे? रिजवी ने कहा कि कुछ मौलानाओं के लिए मैं मुस्लिम बच्चों के भविष्य को दांव पर नहीं लगा सकता, मुझे पता है कि वे मेरा विरोध करेंगे, मैं इंतजार करूंगा और फिर सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल करूंगा।
शिया वक्फ बोर्ड ने इससे पहले चिट्ठी में कहा था कि मैंने पीएम को लिखी चिट्ठी में साफ किया है कि हिंदुस्तान में चल रहे अधिकतर मदरसे गैर मान्यता प्राप्त हैं। इनसे नुकसान गांव के बच्चों को हो रहा है। वे बेरोजगारी की ओर बढ़ रहे हैं।