एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
साल के आखिरी दिन आज मन की बात कार्यक्रम के जरिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित किया। साल के इस आखिरी कार्यक्रम में पीएम ने कहा कि यह संजोग है कि यह साल का आखिरी दिन भी है और आखिर कार्यक्रम भी। उन्होंने बताया कि जो लोग भी 2000 या उसके बाद जन्में हैं, वें कल 18 वर्ष के हो जायेंगे और न्यू इंडिया का आधार बनेंगे।
उन्होंने 25 दिसंबर को देशभर में धूमधाम से मनाये गए क्रिसमस त्यौहार पर कहा कि इस दिन हम सबने ईसा मसीह की महान शिक्षाओं को याद किया। ईसा मसीह ने हमेशा सेवा भाव की भावना को बल दिया था। आगे उन्होंने सारे विश्व में लोगों के प्रति समान मानवीय मूल्य की बात कहते हुए सेवा परमो धर्म: का उदाहरण दिया।
पीएम मोदी ने बताया कि यह वर्ष साहस और बलिदान का प्रतीक था। इस वर्ष गुरुगोविन्द सिंह का 350वां प्रकाश पर्व मनाया गया। उनका साहस और त्याग से भरा असाधारण जीवन हम सभीके लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने बताया कि यह साल अच्छा था और आने वाले वर्ष से और उम्मीदें हैं।
स्वच्छ भारत का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि 4 जनवरी से दुनिया भर के 4 हजार शहरों में सबसे बड़ा स्वच्छता सर्वे शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केरल के सबरीमाला मंदिर में चल रहा ‘पुण्यम पुन्कवाणम’ कार्यक्रम देश को स्वच्छ करने हेतु एक बहुत अच्छा और प्रेरणादायी उदाहरण है।
पीएम मोदी ने कहा था कि दिव्यांग किसी से कम नहीं है। एक उदारहण देते हुए पीएम ने कहा कि “मध्य प्रदेश में आठ साल के एक दिव्यांग बच्चे तुषार ने गांव को खुले में शौच से मुक्त कराया, उसने सीटी बजाकर लोगों को खुले में शौच करने से रोका।”