ब्यूरो। navpravah.com
नई दिल्ली। जिसका डर था वही हुआ। ईरान के मुताबिक इजराइल के हमलों के बाद उसने भी ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने इजरायल पर दर्जनों मिसाइल और ड्रोन से हमला किया है। इस हमले से पूरी दुनिया अलर्ट पर है। ईरान ने इस हमले को ऑपरेशन ‘ट्रू प्रॉमिस’ नाम दिया है। ईरान का कहना है कि हमला इजरायल के अपराधों की सजा है। हालांकि ईरान के हमलों को अमेरिका ने ज़ोरदार तरीके से जवाब दिया।
इससे एक दिन पहले ओमान की खाड़ी से होर्मुज पास होते हुए भारत आ रहे एक कार्गो शिप पर ईरान की सेना ने कब्जा कर लिया है। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक जहाज पर 17 भारतीय नागरिक भी मौजूद है। कार्गो शिप लंदन बेस्ड एक कंपनी का है, जिसका मालिकाना हक एक इजराइली अरबपति के पास है। पहले मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि शिप पर 20 क्रू मेंबर सवार हैं, जो फिलीपींस के नागरिक हैं। इस पर पुर्तगाल का झंडा लगा था।
हमले के बाद अलर्ट पर अमेरिका
ईरान का यह हमला अचानक से नहीं हुआ है। अमेरिका, इजरायल ने पहले ही हमले का अनुमान लगा लिया था। अमेरिकी सेना पहले से ही अलर्ट पर थी। उसने अपने दो युद्धपोत इजरायल की सुरक्षा में तैनात किए थे। हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने सुरक्षा अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इसके अलावा उन्होंने नेतन्याहू से भी फोन पर बात की है। बाइडन ने इजरायल के सुरक्षा की प्रतिबद्धता जताई। संयुक्त राष्ट्र महासचिव, यूके, जर्मनी और फ्रांस ने इस हमले की निंदा की है। मिस्र, सऊदी, स्पेन, पुर्तगाल ने इस हमले के बाद गहरी चिंता जताते हुए संयम बरतने को कहा है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने जारी किया निर्देश
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते टकराव और उस क्षेत्र में गंभीर होते हालात को देखते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर दी है। विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों को इन देशों की यात्रा नहीं करने और वहां रह रहे नागरिकों से अपनी सुरक्षा का खास ध्यान रखने की अपील की है।