संवाददाता । navpravah.com
नई दिल्ली | इजराइल और ईरान के बीच युद्ध बढ़ने की आशंकाओं से दुनिया में हलचल है। ऐसा माना जा रहा है कि दुनिया एक बार फिर से विश्व युद्ध की तरफ बढ़ रही है, जिससे दुनिया में महंगाई चरम पर पहुंच सकती हैं। भारतीय शेयर बाजार में सप्ताह के पहले कारोबारी दिन में आई जोरदार गिरावट से निवेशक भी तनाव में हैं और इसके पीछे युद्ध को वजह माना जा रहा है। इस आशंका के बीच एक रिपोर्ट आई है जिसके मुताबिक, ईरान-इजराइल युद्ध का कोई आर्थिक नुक़सान दुनिया को नहीं होगा।
आइए समझते हैं, क्या कहता है रिपोर्ट-
स्टॉक मार्केट टूटा, डाउ जोंस चढ़ा
सबसे पहले बात करें सोमवार को Share Market में आए भूचाल के बारे में। बता दें कि मार्केट ओपन होने के साथ ही सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई। सेंसेक्स 73,315.16 के स्तर पर खुला, बीते सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन ये 74,244.90 के लेवल पर क्लोज हुआ था। इसके अलावा निफ़्टी बीते शुक्रवार को 22,519.40 पर बंद हुआ था और सोमवार को सुबह 9.15 बजे पर गिरावट के साथ 22,339.05 के स्तर पर खुला। हालांकि, भले ही इस गिरावट के पीछे ईरान और इजराइल के युद्ध को वजह माना जा रहा हो, लेकिन अंदर की बात ये है कि इस गिरावट में सिर्फ युद्ध का असर नहीं है, भारी मुनाफावसूली का असर स्टॉक मार्केट पर दिखा है।
दूसरे संकेत की बात करें, तो ईरान और इजरायल के बीच जारी युद्ध के बावजूद अमेरिकी बाजार में डाउ जोंस फ्यूचर ग्रीन जोन में कारोबार करता नजर आ रहा है। ये 140 पॉइंट चढ़कर 38,124 के लेवल पर है।
युद्ध लंबा खिंचने की संभावना कम!
गौरतलब है कि शनिवार को ईरान ने इजरायल पर 300 से ज्यादा ड्रोन्स और मिसाइलों से हमला किया। इस हमले में ड्रोन्स, सुपरसोनिक क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलें शामिल थीं। इजरायल ने दावा किया है उसने 99 फीसदी हवाई हमले को बेकार कर दिया। इस बीच अमेरिका ने ईरान और इजराइल दोनों को हिदायत दी है। एक ओर ईरान से हमले रोकने के लिए कहा है, तो वहीं दूसरी ओर इजरायल से भी दो टूक कह दिया है कि US उसके किसी भी जवाबी हमले जैसे प्रयास का साझेदार नहीं बनेगा और तनाव बढ़ाने वाले किसी भी फैसले से पहले वह अच्छे से सोच-विचार करे। ऐसे में युद्ध लंबा खिंचने की संभावना कम दिख रही है।
ऐसे संकेतों को देख कर कह सकते है कि इस युद्ध का अर्थव्यवस्था पर कोई खासा असर नहीं पड़ेगा।