वर्ल्ड डेस्क। भारत और म्यामांर के रिश्तों में आए सुधार के बाद अब इंडिया रक्षा संबंधों को और मजबूत करने की तैयारी कर रही है। भारत जल्द ही रुसी तकनीक वाले INS Sindhuvir को म्यांमार को सौंपने वाली है। रूसी तकनीक वाले INS Sindhuvir को म्यांमार को सौंपने की पीछे भारत का चीन पर निशाना बनाना है।
दरअसल भारत इसके जरिये म्यामांर में चीन के दखल को रोकने की रणनीति पर काम कर रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक रूसी तकनीक वाले INS Sindhuvir को सौंपना भारत की इसी रणनीति का हिस्सा है।
INS Sindhuvir 31 साल पुराना है, जबकि इसका वजन 3,000 टन है। पिछले कई सालों से इसकी रूस और भारत दोनों ही जगहों पर लगातार मरम्मत की गई है। कुछ महीने पहले ही विशाखापट्टनम में हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड में इसमें डीजल इलेक्ट्रिक बोट के आधुनिकीकरण पर काम किया गया है।
म्यांमार की ओर से INS Sindhuvir का इस्तेमाल अपने नाविकों को ट्रेंड करने के लिए किया जाएगा। इसके जरिए म्यामांर अपने नाविकों को पानी के अंदर कॉम्बैट ऑपरेशन की ट्रेनिंग देगा। कहा जा रहा है कि ट्रेनिंग की शुरुआत अगले साल मार्च-अप्रैल से हो सकती है।