बिजनेस डेस्क. सोना खरीदने के लिए Digital Gold वरदान आपके लिए सुनहरा मौका है। इसमें 1 रुपये से भी निवेश हो सकता है और धीरे-धीरे रकम जमा कर सोना खरीद सकता है। सोने के दाम बढ़ने के बाद से एक साथ सोने में बड़ा निवेश करनी मुश्किल है, ऐसे में आप धीरे-धीरे कम निवेश से भी गोल्ड खरीद सकते हैं।
भारत में ज्यादातर पेमेंट वॉलेट ने Digital Gold अकाउंट खोलने की सुविधा दी है, जो बेहद लोकप्रिय हो रही है। दरअसल, अगर आप दुकान से सोना खरीदेते हैं तो उसे लॉकर-वॉल्ट में रखना भी महंगा सौदा होता है।
एक परेशानी यह भी है कि ज्वैलरी ब्रांड उन्हीं की शॉप से बिका सोना खरीदना पड़ता है। जब आप दुकान से सोना खरीदते हैं तो आभूषण में लगे कीमतों पत्थरों की कीमत भी सोने जितनी तोली जाती है, पर Digital Gold में प्रत्येक रुपया 24 कैरेट के सोने की खरीद में निवेशित होता है।
Digital Gold अकाउंट की 2012 में शुरुआत के बाद बीते सात सालों में करीब आठ करोड़ खाते खुल गए हैं। पेटीएम, गूगलपे, फोनपे जैसे वॉलेट ऐसे खाते की सुविधा देते हैं।
Digital Gold रखने में कंपनियां दो साल तक कोई शुल्क नहीं लेती हैं। बाद में भी लॉकर की तुलना में मामूली शुल्क लगता है। ज्यादातर वॉलेट पांच साल Digital Gold जमा रखते हैं।
कई कंपनियां अब Digital Gold को बिना किसी शुल्क के आभूषण बनवाने की सुविधा भी दे रही हैं। इसके लिए उन्होंने तमाम नामी ज्वैलरी ब्रांड से करार भी किए गए हैं।
क्या है Digital Gold
Digital Gold 24 कैरेट सोने की ऑनलाइन खरीद का जरिया है। इसमें आप जितना निवेश करते हैं, उतना ही सोना सुरक्षित रख दिया जाता है।
पारदर्शिता
Digital Gold में 24 कैरेट की शुद्धता वाले सोने की गारंटी भी मिलती है। बाजार में मौजूदा भाव पर आप खरीद-बिक्री कर सकते हैं।
सुरक्षा की चिंता नहीं
Digital Gold आपके खाते में जमा रकम की तरह होता है। जबकि सोना खरीदने के बाद उसे लॉकर आदि में रखने पर भारी खर्च आता है।
समय की बचत
Digital Gold अकाउंट से सोने की खरीद या बिक्री में समय नहीं लगता। बल्कि आप कभी भी किसी भी वक्त इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
बेहद किफायती
सोने के आभूषण खरीदना काफी महंगा होता है, उस पर ज्वैलर्स भारी मेकिंग चार्ज लगाते हैं। जबकि Digital Gold में 100-200 या कई वॉलेट में तो एक रुपये से भी निवेश कर सकते हैं।
जीरो मेकिंग चार्ज
दुकान से सोने के आभूषण की खरीद में मेकिंग चार्ज भी जुड़ता है और पांच से 13 फीसदी तक होता है। जबकि Digital Gold में सिर्फ सोने की कीमत जुड़ी होती है।