नई दिल्ली।। कोरोना वायरस के कारण चिकन के धंधे में 50 फीसदी की गिरावट आई है। कोरोना वायरस के चलते शहर के थोक व फुटकर चिकन व्यवसायियों का रोजगार चौपट हो गया। शहर के बुधवारा चिकन मार्केट में 120 से 180 रुपये प्रतिकिलो बिकने वाला चिकन अब बोली लगाकर सिर्फ 80 से 100 रुपये प्रतिकिलो में बिक रहा है। सस्ता होने के बावजूद चिकन मार्केट में गिने-चुने खरीदार ही दिखतें है। वहीं कसाईपुरा में 50 रुपये प्रतिकिलो तक चिकन बेचा जा रहा है, लेकिन कोरोना वायरस के डर से लोगों ने चिकन खाना बंद कर दिया है। ऐसे में दुकानदारों को कटा हुआ चिकन आवारा कुत्तों को खिलाना कर पड़ रहा है। चिकन के थोक व फुटकर विक्रेताओं के मुताबिक कोरोना वायरस के कारण 1 से 16 मार्च तक 70 करोड़ का नुकसान हो चुका है। चिकन के दाम 50 से 75 प्रतिशत घटाने के बाद भी लोग चिकन नहीं खरीद रहे हैं।
शिवाजी नगर स्थित एक चिकन शॉप के विक्रेता मोहम्मद अकबर ने बताया कि कोरोना वायरस का चिकन खाने से कोई संबंध नहीं है, लेकिन लोगों में डर है, इसलिए 50 प्रतिशत तक चिकन कम बिक रहा है। वहीं, बुधवारा रोड स्थित एक चिकन विक्रेता सैय्यद अख्तर ने बताया कि चिकन नहीं बिकने से व्यवसाय चौपट हो गया है। परिवार का भरण-पोषण करने तक के पैसे नहीं कमा पा रहे हैं। इधर, कोरोना वायरस के कारण 30 प्रतिशत तक अंडे का व्यवसाय भी कम हुआ है। लोग कोरोना वायरस के कारण अंडे भी खरीदना पसंद नहीं कर रहे। फरवरी तक एक अंडा 7 रुपये का आता था, जो अब 4 से 5 रुपये का फुटकर में मिल रहा है, लेकिन कोरोना वायरस के कारण लोग अंडे खाने से परहेज करने लगे हैं। बता दें कि राजधानी में 3 हजार के करीब चिकन की छोटी-बड़ी दुकानें। 20 टन रोजाना चिकन की खपत होती थी।10 प्रतिशत तक ही चिकन की खपत हो रही है।बीमारी के कारण 50 प्रतिशत तक चिकन का व्यवसाय कम हुआ।