अमित द्विवेदी | Navpravah.com
डब्ल्यूएचओ के अध्यक्ष टेड्रोस ऐडनम अपने ही देश इथोपिया में तीन महामारियों को छुपाने के आरोपों से एक बार फिर घिर गए हैं। टेड्रोस ऐडनम के ऊपर आरोप लगाया जा रहा है कि जब वह इथियोपिया के स्वास्थ्य मंत्री थे, तब उन्होंने वहां 3 बार फैली कॉलरा की महामारी को दर्ज ही नहीं किया था।
हाल ही में डब्ल्यूएचओ के अध्यक्ष डॉ टेड्रोस ऐडनम के ऊपर कोरोना वायरस के अपडेट और गाइडलाइन्स जारी करने में देरी किये जाने को लेकर दुनियाभर से आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। और अब इन आरोपों की वजह से टेड्रोस की मुश्किलें बढ़तीं नज़र आ रही है। हालाँकि पिछली बार की तरह उन्होंने इस बार भी तमाम आरोपों से पल्ला झाड़ते हुए इसे पिछले आरोपों का ही हिस्सा बताया।
टेड्रोस ने इन आरोपों का खण्डन करते हुए कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जो WHO के ऊपर चीन का पक्ष लेने का आरोप लगाया है, ताजा आरोप भी उसी का हिस्सा है।
ज्ञातव्य है कि गत वर्ष सितंबर में अमेरिका के चिकित्सकों ने टेड्रोस को खत लिखकर कहा था, ‘सूडान में जो हो रहा है, उस पर आपकी चुप्पी की निंदा की जानी चाहिए। सूडान से जेनेवा पीड़ितों के सैंपल भेजने में आप असफल रहे, जिसकी वजह से कॉलरा की आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा सकी। हर दिन यह साबित हो रहा है कि यह एक महामारी है और इस तकलीफ के आप जिम्मेदार हैं।’
खबर के मुताबिक़, टेड्रोस के ऊपर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने पर्यटन को नुकसान से बचाने के लिए ‘कॉलरा’ की जगह ‘अक्यूट वॉटरी डायरिया’ टर्म का इस्तेमाल किया था। टेड्रोस ने इस आरोप का खंडन भी किया था और आरोप लगाया था कि उन्हें बदनाम करने के लिए ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं।