नई दिल्ली। ‘AAP’ की बागी विधायक अलका लांबा जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं। मंगलवार को अलका लांबा ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। पिछले कुछ माह से चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा लगातार अपनी आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद की हुई थीं।
इससे पहले अलका लांबा ने रविवार को ट्वीट कर आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने की बात कही थी। अलका लांबा ने लिखा था, “आम आदमी पार्टी में सम्मान से समझौता करके रहने से बेहतर है कि मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दूं, जिसकी घोषणा आज की भी गई है और अगला चुनाव चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र से आजाद उम्मीदवार के तौर पर लडूं।
अलका लांबा ने साथ ही आम आदमी पार्टी को चुनौती दी कि अगर पार्टी में दम है तो वह उन्हें बाहर करके दिखाए। कुछ माह पहले अलका लांबा ने जामा मस्जिद के बाहर लोगों से पूछा था कि क्या उन्हें आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि पार्टी के लोग उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
लांबा का कहना था, ‘मैं बीजेपी के खिलाफ लड़ रही हूं और कुछ लोग मेरे खिलाफ लड़ रहे हैं। मेरी पार्टी मुझसे इस्तीफा देने के लिए कह रही है। मैं जानना चाहती हूं कि मेरी गलती क्या है। मुझे इस्तीफा क्यों देना चाहिए? मैं चाहती हूं कि मेरे निर्वाचन क्षेत्र चांदनी चौक के लोग तय करें कि मुझे ‘AAP’ से इस्तीफा देना चाहिए या नहीं।
उन्होंने बीजेपी को हराने का रास्ता बताते हुए कहा था कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस हाथ मिला ले तो ऐसा संभव हो सकेगा।’ अब सोनिया गांधी से मुलाकात और दिल्ली विधानसभा चुनाव के नजदीक होने के चलते कयास लगाए जा रहे हैं कि अलका लांबा कांग्रेस ज्वॉइन कर सकती हैं।
सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद अलका लांबा ने कहा, श्रीमती सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष ही नहीं, यूपीए चेयरपर्सन भी हैं और सेकुलर विचारधारा की बहुत एक बड़ी नेता भी। देश के मौजूदा हालात पर उनसे लंबे समय से चर्चा DUE थी। आज मौक़ा मिला तो हर मुद्दे पर खुलकर बात हुई। राजनीति में विमर्श का दौर चलता रहता है और चलते रहना चाहिए।