एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से बजट सत्र की शुरुआत हुई। सेंट्रल हॉल में दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को राष्ट्रपति ने संबोधित किया। राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर कहा करते थे कि आर्थिक-सामाजिक लोकतंत्र के बिना राजनीतिक लोकतंत्र स्थायी नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि हमारी ड्यूटी है कि 2019 में जब हम महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ मनाएं, तब तक अपने देश को पूर्ण रूप से स्वच्छ कर सकें, ताकि उनको सच्ची श्रद्धांजलि हम सब दें। संसद ने ऐसे बिल को पास किया है, जिसके जरिये कामकाजी महिलाओं को 26 हफ्ते का मातृत्व अवकाश प्रदान किया जाएगा, जो कि महिलाओं के लिए एक उपहार है।
आज से मोदी सरकार का आखिरी पूर्णकालिक बजट सत्र शुरू हुआ है। राष्ट्रपति कोविंद का यह पहला अभिभाषण है, उसके बाद इकोनॉमिक सर्वे पेश किया गया। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के संसद बजट सत्र के सुचारू संचालन के लिए विभिन्न दलों से सहयोग मांगा है।
बजट सत्र से ठीक एक दिन पहले पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। सर्वदलीय बैठक में सरकार ने विपक्षी दलों से सत्र को सफल बनाने पर चर्चा की और उनसे सुझाव मांगे थे। बैठक में पीएम मोदी ने कहा था कि आम बजट के लिए यह सत्र बहुत ही महत्वपूर्ण है और इस सत्र को सफल बनाने के लिए विपक्षी दलों ने जो सुझाव दिए हैं, उन पर गंभीरता से विचार किया जाएगा।
केंद्रीय बजट एक फरवरी को संसद में पेश किया जाएगा। 9 फरवरी से सत्र में अवकाश घोषित होगा। बजट सत्र का दूसरा चरण पांच मार्च से शुरू होगा, जो छह अप्रैल तक। अभी तक 28 फरवरी को बजट पेश किया जाता था एवं रेल बजट को अलग से पेश किया जाता था, लेकिन मोदी सरकार ने साल 2017 में इसमें बदलाव करते हुए बजट 1 फरवरी को और रेल बजट साथ में पेश करने का फैसला किया।