न्यूज़ अपडेट |Navpravah Desk
देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री द्वारा घोषित वित्तीय राहत पैकेज से देश को होने वाले लाभ को सिलसिलेवार तरीक़े से बताया। मीडिया से उन्होंने बताया कि कैसे यह राहत कोष आम से लेकर ख़ास लोगों का सहयोग करेगा। आइए जानते हैं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्या-क्या कहा-
• आत्मानिभर भारत- अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढाँचा, प्रणाली, जनसांख्यिकी और माँग के पाँच स्तम्भ।
• आज से शुरू होकर, अगले कुछ दिनों में हम पीएम के दृष्टिकोण को सामने रखने के लिए टीम के साथ मीडिया के सामने अपनी बात रखेंगे।
• हम यह नहीं भूलेंगे कि हमारे पास गरीबों, जरूरतमंदों, प्रवासियों, दिव्यांगों और देश के वृद्धों के प्रति एक जिम्मेदारी है।
• एक बड़ी पहल में, हम एसएमई सहित व्यवसायों के लिए 3 लाख करोड़ रुपए के संपार्श्विक-मुक्त स्वचालित ऋणों की घोषणा करते हैं। 25 करोड़ रुपये तक बकाया और 100 करोड़ रुपये के टर्नओवर वाले पात्र हैं।
• एमएसएमई को 3 लाख रु. के लिए संपार्श्विक मुक्त स्वचालित ऋण इनका 4 वर्ष का कार्यकाल 31 अक्टूबर, 2020 तक मान्य है।
• इक्विटी समर्थन के साथ सरकार रुपये के प्रावधान को आसान करेगी। अधीनस्थ ऋण के रूप में 20,000 करोड़।
• यह 45 लाख MSME इकाइयों को व्यावसायिक गतिविधि फिर से शुरू करने और नौकरियों की सुरक्षा करने में सक्षम करेगा।
• 50,000 करोड़ रु. फंड ऑफ फंड्स के माध्यम से एमएसएमई के लिए इक्विटी इन्फ्यूजन, मदर फंड और कुछ फंडों के माध्यम से संचालित किया जाएगा। यह एमएसएमई के आकार और क्षमता का विस्तार करने में मदद करेगा।
• एमएसएमई की परिभाषा को संशोधित किया गया है। निवेश सीमा को संशोधित किया जाएगा, टर्नओवर के अतिरिक्त मापदंड भी पेश किए जाएंगे।
• 200 करोड़ रुपए तक की सरकारी खरीद में वैश्विक निविदाओं से आत्मनिर्भर भारत बनेगा, फिर ‘मेक इन इंडिया’ भी कर सकेगा।
• भारत सरकार और केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम अगले 45 दिनों में हर MSME को भुगतान करेंगे।