शिखा पाण्डेय,
रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड (आरबीएस) की ब्रिटेन में एक अलग बैंक की स्थापना की परियोजना रद्द होने की खबर इन्फोसिस और उसके कर्मचारियों को प्रभावित करने वाली है। इस परियोजना के रद्द होने से करीब 3,000 कर्मचारियों की नौकरी प्रभावित होगी।
दरअसल ब्रेक्जिट से पहले रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड यूके के अंदर एक अलग बैंक विलियम्स एंड ग्लिन (डब्ल्यू एंड जी) बनाने वाला था। इन्फोसिस डब्ल्यूएंडजी में प्रौद्योगिकी कार्यक्रम में सलाह देने, एप्लीकेशन डिलीवरी और सेवाओं के परीक्षण की भागीदार थी और बैंक के कामकाज के लिए उसे जिम्मा दिया गया था। ब्रेक्जिट के बाद आरबीएस ने यूके में इस बैंक के सेटअप की और उसे शेयर बाजार में लिस्ट कराने की योजना को रद्द कर दिया और इसके बाद उसने इन्फोसिस की सेवाएं लेने के लिए जो 1700 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट दिया था, उसे भी रद्द कर दिया। अब यह इन्फोसिस के लिए यह खबर बुरी इसलिए है क्योंकि इस प्रोजेक्ट में इन्फोसिस एक प्रमुख प्रौद्योगिकी भागीदार थी।
इंफोसिस के खाते में इस प्रोजेक्ट के जरिए करीब 1650-1700 करोड़ रुपये की रकम आनी थी और इस प्रोजेक्ट में करीब 3000 कर्मचारियों को काम करना था। अब इस प्रोजेक्ट के बंद होने से इन 3000 कर्मचारियों की नौकरी पर खतरा दिखाई दे रहा है।
इन्फोसिस ने एक बयान में कहा है कि आरबीएस के साथ इन्फोसिस का मजबूत गठबंधन है। कंपनी भविष्य में उसके साथ रणनीतिक भागीदारी के और मजबूत होने की उम्मीद में है। इन्फोसिस उसके साथ अन्य रणनीतिक और परिवर्तनकारी कार्यक्रमों में काम करने पर ध्यान दे रही है। इस प्रोजेक्ट के रद्द होने के विषय में इन्फोसिस ने कहा कि इस फैसले के मद्देनजर कंपनी के, मुख्य तौर पर भारत में अगले कुछ महीनों में करीब 3,000 रोजगार खत्म किए जाएंगे। हालांकि इंफोसिस ने साफ कर दिया है कि इन कर्मचारियों को अलग किसी प्रोजेक्ट में लगाकर इनकी नौकरी बचाई जाएगी।