एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि अगर नीतियों का सही प्रबंधन कर लिया गया और सुधारों से समावेशी वृद्धि को बल मिला तो भारत मजबूत अर्थव्यवस्था वाला देश बन सकता है।
आईएमएफ के उप प्रबंध निदेशक प्रथम डेविड लिप्टन ने न्यूज एजेंसी ‘भाषा’ से बातचीत के दौरान कहा कि, यह पहले ही मेरे हिसाब से 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। लेकिन जनसंख्या व वृद्धि दर के हिसाब से इसमें और अधिक संभावनाए हैं।
उन्होंने कहा कि, हालांकि अभी बहुत कुछ किया जाना है। ताकि बैंकिंग प्रणाली को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाए रखने तथा एनपीए की पुरानी समस्या से निपटने को लेकर कभी कोई संशय नहीं हो।
उन्होंने कहा कि भारत द्वारा लागू किए गए आर्थिक सुधारों के परिणाम सामने आने लगे हैं और इससे लोगों को फायदा भी हुआ है। इससे इस तरह के और कदम उठाने का आधार मजबूत हुआ है।
आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्ड ने कल कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि चुनावी साल में भारत में आर्थिक सुधारों की रफ्तार कायम रह पाएगी। लेगार्ड ने कहा, हमने इसे देखा और हम इसे देख रहे हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि अगले कुछ महीनों में हम ऐसा देखेंगे।