राजेश सोनी | Navpravah.com
कुछ समय से रिलायंस समूह के मालिक अनिल अंबानी कर्ज के तले डूबे हुए हैं। जिसके कारण उन्हें मुंबई रिलायंस ऊर्जा का अहम् व्यापार बेचना पड़ा है। मुंबई रिलायंस ऊर्जा को अडानी समूह ने ख़रीदा है। अडानी समूह ने मुंबई रिलायंस एनर्जी के व्यापर को अनिल अम्बानी से 18,800 करोड़ में ख़रीदा हैं।
रिलायंस आधारिक संरचना के अंतर्गत आने वाली रिलायंस एनर्जी विद्युत उत्पादन, हस्तांतरण और वितरण के क्षेत्र में सक्रिय है। इस रिलायंस ऊर्जा को खरीदने के बाद अब इसका सारा काम-काज अडानी ट्रांसमिशन देखेगा। अडानी समूह ने यह सौदा नकद के लेन-देन में किया है। रिलायंस ऊर्जा के मुंबई में 30 लाख से ज्यादा ग्राहक हैं। अब इन ग्राहकों को आने वाले समय में उनका लाइट बिल अडानी समूह के नाम से आएगा। बताया जा रहा है कि हाल के दिनों में बिजली क्षेत्र में यह सबसे बड़ी खरीद है।
एक प्रचलित अख़बार के खबर के मुताबिक, गुरूवार को रिलायंस इंफ़्रा और अडानी हस्तांतरण ने इस सौदे को लेकर शेयर परचेस एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं। रिलायंस एनर्जी पूर्वी और पश्चिमी मुंबई में बिजली आपूर्ति का काम देखती है। खरीद समझौते के साथ ही सभी उपभोक्ता अब अडानी ट्रांसमिशन के हो जाएंगे। रिलायंस इंफ्रा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनिल जालान ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि 15,000 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने के बाद तीन हजार करोड़ रुपया बचेगा।
अनिल जालान के अनुसार, रिलायंस इंफ्रा अब कंस्ट्रक्शन, इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट और डिफेंस सेक्टर में अपना ध्यान केंद्रित कर सकेगी। अनिल अंबानी ने कहा कि कर्ज न होने के कारण समूह बाजार से फंड आराम से उठा सकेगा।आगे उन्होंने बताया कि उनके समूह के पास 10000 करोड़ के कंस्टक्शन प्रोजेक्ट है। रिलायंस समूह भारत की दूसरी सबसे बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी है।