Nitish Mishra । navpravah.com
बिहार (Bihar) के वैशाली जिले अंतर्गत महनार प्रखंड के एक सरकारी स्कूल की छात्राओं ने 12 सितंबर को शिक्षा विभाग के एक अधिकारी के वाहन में जबरदस्त तोड़फोड़ की। छात्राओं का आरोप है कि स्कूल में बुनियादी सुविधाएं दुरुस्त नहीं है, बैठने के लिए बेंच डेस्क भी पर्याप्त नहीं हैं जिस वजह से छात्राओं का ग़ुस्सा चरम पर था और उन्होंने ऐसा कदम उठाया।
बिहार में जहां एक ओर शिक्षा विभाग के सचिव केके पाठक इन दिनों शैक्षणिक स्तर में सुधार के लिये लगातार फैसले ले रहे हैं, पर्व-त्योहारों के उपलक्ष्य में मिलने वाले छुट्टियों में कटौती की जा रही है, 75 प्रतिशत उपस्थिति को अनिवार्य कर दिया गया हैं। जब से यह फैसला लिया गया है तब से जिसके बाद से स्कूल में आने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या अचानक से बढ़ गई है। 12 सितंबर को भी ऐसा ही हुआ जहां स्कूल में एक हजार से ज्यादा छात्र क्लास लेने पहुंचे थे। जब उन्हें सीट नहीं मिली तो क्लास के बाहर बैठना पड़ा। लेकिन बैठने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने से वह नाराज हो गई एवं देखते देखते भीङ उग्र हो गई।
इस बीच उग्र छात्राओं ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के गाड़ी पर हमला कर गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। उग्र छात्राओं को काबू में करने के लिए बाद में भारी संख्या में पुलिस बल को प्रदर्शन स्थल पर लाना पड़ा।
हालांकि महनार SDO नीरज कुमार ने इस बात को माना कि स्कूल में क्षमता से अधिक छात्रों का एडमिशन कराया था एवं पर्याप्त बैठने की व्यवस्था ना होने की वजह से कई छात्राओं को क्लास के बाहर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
वहीं स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शांति स्थापित करने बुलाई पुलिस बल की कुछ महिला पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शन कर रही कुछ छात्राओं को थप्पड़ मार दिया था। जिसके बाद छात्राएं हिंसक हो गईं।