शिखा पाण्डेय । Navpravah.com
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने गुरुवार को आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने संयुक्त प्रेस वार्ता की। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देश राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस दौरान मोदी ने प्रधानमंत्री देउबा के साथ कई अहम मुद्दों व विकास परियोजनाओं पर बातचीत की।
प्रधानमंत्री ने संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भारत-नेपाल के रिश्ते समृद्ध हैं। उन्होंने भारत-नेपाल के संबंध को हिमालय जितना पुराना बताया। पीएम मोदी ने नेपाल की हर संभव मदद करने का भरोसा जताया। उन्होंने बताया कि दोनों देश मिलकर कई परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। इस दौरान दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने पर सहमति बनी।
देउबा ने कहा कि नेपाल कभी भी अपनी धरती से भारत-विरोधी गतिविधियां नहीं चलने देगा। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों ने साथ मिलकर कटईया-कौशा और रक्सौल-परवानीपुर अंतरराष्ट्रीय बिजली आपूर्ति लाइन का उद्घाटन किया। बातचीत के दौरान मोदी ने रक्षा और सुरक्षा को द्विपक्षीय संबंधों का महत्वपूर्ण पहलू बताया।
प्रधानमंत्री ने गुरुवार को नेपाली प्रधानमंत्री देउबा के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता से पहले हैदराबाद भवन में उनका पारंपरिक स्वागत किया। पीएम मोदी ने कहा, ” यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे देउबा जी के स्वागत का मौका मिला। देउबा जी ने मुझे नेपाल आने का न्योता दिया है।” आपको बता दें कि नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा पांच दिवसीय भारत दौरे पर हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री का पदभार ग्रहण करने के बाद शेर बहादुर देउबा की ये पहली विदेश यात्रा है। भारत की पांच भारत दिवसीय यात्रा पर आए प्रधानमंत्री देउबा के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधमंडल भी आया है। देउबा इसके बाद महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट पहुंचे और राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने दोनों नेताओं की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट कर लिखा कि मित्रता और आपसी विश्वास का अद्भुत संबंध, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की अगुवाई की। मोदी ने बुधवार दोपहर को देउबा के भारत पहुंचने के कुछ देर बाद ही उनके साथ बैठक की थी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने देउबा से मुलाकात की और द्विपक्षीय वार्ता से पहले उनका स्वागत किया। देउबा राष्ट्रपति कोविंद और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से भी मुलाकात करेंगे, जबकि अरुण जेटली भी देउबा से मुलाकात करेंगे। देउबा हैदराबाद, तिरुपति और बोधगया का दौरा भी करेंगे।
आपको बता दें कि इससे पहले चीन के उपप्रधानमंत्री वांग यांग नेपाल गए थे, जहां दोनों के बीच ऊर्जा और आर्थिक संबंधों को बढ़ाने को लेकर कई प्रमुख समझौते हुए थे।