सौम्या केसरवानी | Navpravah.Com
ब्रह्मोस यूनिट से खुफिया जानकारी पाकिस्तान को लीक करने के आरोप में इंजीनियर निशांत अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया था, अब इस मामले की जांच कर रही यूपी एटीएस ने नया खुलासा किया है।
यूपी एटीएस की टीम ने फेसबुक में एक अकाउंट को पता लगाया है, जिसके जरिये भारत के रक्षा संस्थानों में सेंध लगाने का काम किया जाता था, सूत्रों के अनुसार, यह फेसबुक अकाउंट काजल नाम की एक महिला के नाम से चल रहा है।
मामले की जांच कर रही यूपी एटीएस ने डीआरडीओ के कानपुर में स्थित डिफेंस मटेरियल एंड स्टोर रिसर्च सेंटर में काम करने वाले दो वैज्ञानिकों से पूछताछ की है, यूपी एटीएस के सूत्रों के मुताबिक काजल नाम से फेसबुक पर एक्टिव आईएसआई की महिला एजेंट ने देश के रक्षा संस्थानों में सेंध लगाई है।
सेना की खुफिया इकाई ने पाकिस्तान की उन महिला आईएसआई के एंजेंटों की पहचान की है, जो फेसबुक पर अलग-अलग नाम से सक्रिय हैं, खुफिया एजेंसियों की नजर में काजल नाम से सक्रिय एक ऐसे फेसबुक प्रोफाइल के बारे में पता चला है जो 15-20 फेसबुक प्रोफाइल पर अलग-अलग नाम से सक्रिय है।
बताया जा रहा है कि काजल नाम से बने फेसबुक अकाउंट के जरिये ही देश के सैन्य और रक्षा संस्थानों से जुड़े व्यक्तियों को हनीट्रैप में फंसाया जाता है, इसके बाद आईएसआई इन लोगों से खुफिया जानकारी निकलवाती है।
बता दें कि पाकिस्तान को कथित रूप से “तकनीकी सूचना’’ लीक करने के सिलसिले में नागपुर के पास स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस इकाई में कार्यरत एक इंजीनियर को कल गिरफ्तार किया गया था।
सूत्रों के अनुसार, निशांत के गृह नगर रुड़की स्थित उसके घर से भी उसका एक पुराना कंप्यूटर जब्त किया गया है और उसमें मिली चीजों की जांच की जा रही है, उन्होंने बताया कि फेसबुक पर पाकिस्तान से महिलाओं की छद्म आईडी बनाने और भारत में संवेदनशील स्थानों पर काम कर रहे लोगों को फंसाने की कार्यप्रणाली सामने आने के बाद से यूपी एटीएस इस पर निगाह रख रही।