कोमल झा| Navpravah.com
मिस्र और सऊदी अरब ने क़तर के विमानों पर अपने हवाई क्षेत्र में उड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है.इससे पहले क़तर पर क्षेत्र में अतिवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए 6 अरब देशों ने उससे अपने राजनयिक संबंध तोड़ लिए. इनमें सऊदी अरब, मिस्र, बहरीन, यमन, लीबिया और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) शामिल हैं.सऊदी अरब, यूएई, मिस्र और बहरीन से क़तर के लिए हवाई, ज़मीनी और समुद्री रास्ते बंद कर दिए गए हैं.
बहरीन, संयुक्त अरब अमीरात, यमन, मिस्र, सऊदी अरब और मालदीव ने ऐलान किया है कि वे गैस समृद्ध राष्ट्र से अपने राजनयिक कर्मचारियों को वापस बुलाएंगे. कतर में साल 2022 में फीफा विश्व कप होना है और यहीं अमेरिकी सेना का प्रमुख अड्डा है. उधर क़तर ने कथित इस्लामिक स्टेट या किसी भी तरह के चरमपंथ का समर्थन करने के आरोप से इनकार करते हुए इस क़दम को ‘अनुचित’ बताया है.
इस घटना को अमरीका के दोस्त कहे जाने वाले ताक़तवर खाड़ी देशों के बीच एक बड़ी दरार की तरह देखा जा रहा है. अरब देशों ने यह फ़ैसला ऐसे समय पर लिया है जब खाड़ी देशों और उनके पड़ोसी ईरान के बीच तनाव बढ़ा है. हालिया अरब यात्रा पर अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने ईरान पर चरमपंथ को बढ़ावा दने के आरोप लगाए थे.
उन्होंने अपने यहां रह रहे क़तर के नागरिकों और पर्यटकों को दो हफ़्ते में अपने देश लौट जाने का आदेश दिया है. तीनों देशों ने अपने देशवासियों के भी क़तर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
यूएई और मिस्र ने क़तर के राजनयिकों को देश छोड़ने के लिए 48 घंटे का वक़्त दिया है. सऊदी अरब ने एक कदम आगे बढ़कर क़तर के प्रभावशाली अल जज़ीरा टीवी चैनल के स्थानीय दफ़्तर को भी बंद करवा दिया है. हालांकि सऊदी अरब ने कहा है कि वह क़तर के हज यात्रियों को आने से नहीं रोकेगा.
सऊदी अरब ने कतर के साथ अपनी सीमा भी बंद कर दी, जिससे जमीन के रास्ते कतर को खाद्य एवं अन्य आपूर्तियां अवरूद्ध हो गईं. कतर की स्थानीय मीडिया ने कहा कि पहले ही लोगों में घबराहट पैदा हो चुकी है और लोग खाने की चीजें जमा करने लगे हैं. कतर ने कहा कि यह ‘अन्यायपूर्ण’ है और इसका उद्देश्य दोहा को ‘राजनीतिक संरक्षणवाद’ के तहत लाना है.
सऊदी अरब के सिविल एविएशन प्रशासन ने क़तर के विमानों पर अपने हवाई अड्डों पर लैंड करने और अपने वायुक्षेत्र को लांघने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.
मिस्र ने भी क़तर से आने वाली उड़ानों के लिए दरवाज़े बंद कर लिए हैं और कहा है कि दोनों देशों के बीच की उड़ाने मंगलवार 4 बजे से अगली सूचना तक रोक दी जाएंगी.
बहरीन की गल्फ एयर, एतिहाद एयरवेज़ और एमिरेट्स समेत प्रभावित देशों की कई एयरलाइंस कंपनियों ने कहा है कि वे मंगलवार सुबह से क़तर की राजधानी दोहा से आने-जाने वाली उड़ानें रद्द कर रहे हैं.
नेशनल एयरलाइन और क़तर एयरवेज़ ने भी सऊदी अरब की उड़ाने रद्द कर दी हैं. उड़ानों पर रोक एयरलाइंस के लिए बड़ी समस्या पैदा कर सकती है. उन्हें फ़्लाइट के रूट को बदलना पड़ सकता है, जिसकी वजह से उड़ानों का समय बढ़ सकता है.
कतर के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में इन देशों के अप्रत्याशित कदम की तरफ संकेत करते हुए कहा, ‘यह कदम अन्यायपूर्ण हैं और झूठे तथा बेबुनियाद दावों पर आधारित हैं.’ बयान में आगे कहा गया है, ‘इसका उद्देश्य साफ है, यह देश पर संरक्षणवाद थोपने के लिए है. यह कतर की एक देश के तौर पर संप्रभुता का उल्लंघन है.’
कतर स्टॉक एक्सचेंज के खुलने के साथ आठ प्रतिशत की गिरावट आई और आखिकार वह 7.58 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ. देशों ने कतर के राजनयिकों को भी अपने क्षेत्र से बाहर जाने को कहा है.