राजेश सोनी । Navpravah.com
आतंकवादी हाफिज सईद द्वारा इस्लामाबाद में आयोजित एक रैली में फिलिस्तीनी राजदूत वालिद अबु ने हिस्सा लिया था। फिलिस्तीनी राजदूत के आतंकी हाफिज सईद की रैली में हिस्सा लेने का भारत ने कड़ा विरोध जताया है। फिलिस्तीन के इस कदम के बाद भारत और फिलिस्तीन के बीच राजनयिक संबंध बिगड़ सकते है।
भारत ने फिलिस्तीनी राजदूत की आतंकी सईद के रैली में मौजूदगी पर कड़ी आपत्ति जताते है हुए कहा कि वह इस मुद्दे को फिलिस्तीन के सामने सख्ती से उठाएगा। इस्लामाबाद में फिलिस्तीनी राजदूत वालिद अबु अली ने पाकिस्तान के रावलपिंडी में दिफा-ए-पाकिस्तान काउंसिल की ओर से आयोजित एक विशाल रैली में हिस्सा लिया। वहीं भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हमें खबर मिली है कि आतंकी हाफिज सईद द्वारा आयोजित रैली में फ़िलिस्तीनी राजदूत और अधिकारियों ने हिस्सा लिया था। आगे उन्होंने कहा कि हम दिल्ली स्थित फिलिस्तीनी राजदूत के सामने इस मुद्दे को लेकर भारत का विरोध जताएंगे।
इस विशाल रैली का आयोजन शुक्रवार को दिफ़ा-ए-पाकिस्तान द्वारा रावलपिंडी के लियाकत बाग में किया था। आतंकी हाफिज अगले साल होने वाले पाकिस्तान के आम चुनाव में लड़ने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए उसने इस्लामाबाद पार्टी का दफ्तर भी खोला है। पाकिस्तान सरकार कोर्ट से हाफिज के आतंकी संगठन को राजनीतिक पार्टी का दर्जा देने का विरोध जता चुकी है।
कुछ समय पहले भारत ने येरूसलम के मुद्दे पर अपने मित्र देश इजराइल और अमेरिका के खिलाफ सयुंक्त राष्ट्र में वोट किया था। फ़िलिस्तीन जैसे देशों का येरुसलम के मुद्दों पर साथ दिया था। अब भविष्य में भारत को फ़िलिस्तीन का किसी भी मुद्दे पर साथ देने के पहले एक बार जरूर विचार करना होगा।
गौरतलब है कि आतंकी हाफिज मुंबई के 26/11 हमलों का मास्टरमाइंड है। सईद को अमेरिका सहित सयुंक्त राष्ट्र भी अंतराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर चुका है।