एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
पाकिस्तान की सेना की आलोचना करने के लिए मशहूर पाकिस्तानी-ब्रिटिश जर्नलिस्ट और राइट एक्टिविस्ट गुल बुखारी को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया। सोशल मीडिया पर इस अपहरण के लिए खुफिया एजेंसियों को जिम्मेदार बताए जाने के बाद कुछ घंटों में ही वह घर वापस लौट आईं। महिला पत्रकार के परिजनों ने इस संबंध में केस दर्ज कराया है।
बुखारी के परिवार और सहकर्मियों ने बताया कि मंगलवार की शाम वो कार से वक्त न्यूज़ शो रिकॉर्ड करने जा रही थीं। इसी वक्त पूर्वी लाहौर के कैंटोन्मेंट एरिया में उनकी कार रोक ली गई। कुछ लोगों ने बुखारी को गाड़ी से उठा लिया। वो उन्हें घसीट कर ले गए।
ड्राइवर ने बताया कि उनके मना करने पर दो बदमाशो ने उन्हें जबरदस्ती अपनी गाड़ी में बैठाया और भाग गए। अपहरण करने वाले आरोपियों ने ड्राइवर से कुछ नहीं कहा। इसके तुरंत बाद ही गुल बुखारी के परिवार ने स्थानीय थाने में उनकी गुमशुदगी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई।अपहरण की सूचना मिलते ही सोशल मीडिया पर लोगों ने खुफिया एजेंसियों को जिम्मेदार बताना शुरू कर दिया।
उनका कहना था कि सेना की आलोचना करने के कारण पत्रकार का अपहरण खुफिया विभाग ने कराया है। अपहरण के करीब तीन घंटे बाद गुल के परिवार ने उनके वापस लौटने की पुष्टि कर दी। हालांकि उनका अपहरण किसने किया इस बारे में कुछ नहीं कहा गया है। पुलिस का कहना है कि उनकी टीम गुल का बयान दर्ज करने के लिए उनके घर गई थी।
पुलिस का कहना है कि गुल बुखारी ने बयान दर्ज कराने से इनकार कर दिया। ट्विटर पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पीएमएल-एन नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने घटना पर आश्चर्य जताया। उन्होंने लिखा, ‘गुल बुखारी के अपहरण की खबर बहुत परेशान करने वाली है। यह बुहत क्रूर नीच दर्जे की ज्यादती है। बेहद दुखद दिन।
आप को बता दें, गुल बुखारी पाकिस्तानी सेना के राजनीति में कथित हस्तक्षेप को लेकर काफी मुखर रही हैं। वो पिछले कुछ वक्त से 25 जुलाई को होने वाले पाकिस्तान के आम चुनावों में पाकिस्तानी सेना के हस्तक्षेप की सोशल मीडिया पर आलोचना कर रही थीं। उन्होंने नवाज़ शरीफ का बचाव भी किया था। नवाज़ शरीफ का सेना से विवाद जगजाहिर है।