शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से ही सकते में आये पाकिस्तान को अमेरिका की ओर से नकारात्मक परिणाम मिलने प्रारंभ हो गए हैं। अमेरिका ने पाकिस्तान की सीनेट के डिप्टी चेयरमैन मौलाना अब्दुल गफूर हैदरी को वीजा देने से मना कर दिया है। अमेरिका की इस मनाही के बाद हैदर पाकिस्तान की सीनेट के प्रतिनिधि के तौर पर अब संयुक्त राष्ट्र संघ की इंटर- पार्लियामेंट्री यूनियन की मीटिंग में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
पाक डेलिगेशन के दूसरे सदस्य सीनेटर लेफ्टिनेंट जनरल सलाहुद्दीन तिरमीजी को दो दिन पहले वीजा दे दिया गया, लेकिन हैदरी को वीजा देने से मना कर दिया गया। इसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुस्लिम देशों के लोगों प्रति सख्त रवैये के हिस्से के तौर पर देखा जा रहा है, हालांकि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तकनीकी वजहों के कारण हैदरी को वीजा नहीं जारी करने का फैसला किया गया। आपको बता दें कि हैदरी पाक की बड़ी इस्लामिक पार्टी जमियत उलेमा इस्लाम के सेक्रेटरी जनरल भी हैं। हैदरी इस प्रतिनिधिमंडल को लीड करने वाले थे।
अब अमेरिका के इनकार के बाद पाक प्रतिनिधमंडल ने अपना दौरा रद्द कर दिया है। यह मीटिंग न्यूयार्क स्थित संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय में होने वाला है। इस मीटिंग में पाक सीनेट के दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को हिस्सा लेना था। यह मीटिंग 13 और 14 फरवरी को होने वाली है।
अमेरिका के इस कदम से बौखलाए पाकिस्तान ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उसने अपने डेलिगेशन के न्यूयॉर्क विजिट को रद्द कर दिया है। इसके साथ ही अमेरिका के किसी भी प्रतिनिधिमंडल का अपने देश में स्वागत न करने का फैसला किया है। पाक सीनेट के चेयरमैन रजा रब्बानी ने अपने सेक्रेटेरियट को निर्देश दिया है कि वह इस मुद्दे के हल होने तक किसी भी अमेरिकी डेलिगेशन या डिप्लोमैट की खातिरदारी न करें।