शिखा पाण्डेय | Navpravah.com
जिस प्रकार चीन पाकिस्तान को हर अंतर्राष्ट्रीय मुसीबत में बचाने में एक सच्चे दोस्त की भूमिका निभाता है, उसी प्रकार पाकिस्तान भी चीन को खुश रखने का हर संभव प्रयास करता रहता है। पिछले दिनों पाकिस्तान के अंदर रह रहे चीन के नागरिकों के साथ हुए अपराध के बाद पेइचिंग की नाराजगी से सबक लेते हुए पाकिस्तान ने एक बड़ा कदम उठाया है।
पाकिस्तान ने अपने यहां रह रहे चीन के नागरिकों की सुरक्षा का जिम्मा 15,000 सैनिकों की एक फौज को दे दिया है। दरअसल पिछले महीने चीन के एक जोड़े का पाकिस्तान में अपहरण हो गया था। खबरों के मुताबिक, चीन के जिस जोड़े का अपहरण किया गया, वह ईसाई धर्म के प्रचार-प्रसार से जुड़ी एक मिशनरी के लिए काम करते थे।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने स्वयं चीन के विदेश मंत्री वांग ची को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अपने यहां रहने वाले चीनी नागरिकों की सुरक्षा पाकिस्तान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। चीन ने कहा है कि वह भी इस मामले की जांच में पाकिस्तान के साथ पूरा सहयोग करेगा।
उल्लेखनीय है कि पेइचिंग ने चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के निर्माण के लिए 32 खरब रुपयों से भी ज्यादा की राशि निवेश की है। यह आर्थिक गलियारा चीन के शिनजांग प्रांत को बलूचिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से जोड़ेगा। चूंकि यह गलियारा पाक अधिकृत कश्मीर से होकर भी गुजरता है, इसीलिए भारत इस परियोजना पर अपनी आपत्ति जताता रहा है।