उत्तर कोरिया के मुद्दे पर विश्व की महाशक्तियों में टकराव

एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com

उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइल परीक्षणों व युद्ध की तैयारियों से जहां एक ओर पूरा विश्व गंभीर हो चुका है वहीँ, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी है कि यदि उत्तर कोरिया के परमाणु मिसाइल कार्यक्रम के सम्बन्ध में कोई कूटनीतिक निर्णय नहीं लिया जाता है तो ये वैश्विक विनाश का कारण भी बन सकता है. साथ ही ब्रिटेन ने भी उत्तर कोरिया पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग की है.

उत्तर कोरिया द्वारा लगातार किये जा रहे परमाणु समझौतों व सुरक्षा कानूनों के उल्लंघन के बाद से पूरा संसार सकते में आ गया है. दक्षिण कोरिया ने भी अपनी नौसेना के युद्ध अभ्यास में तेजी ला दी है. पूर्वी तट पर दक्षिण कोरिया के नौसैनिक युद्ध का अभ्यास कर रहे हैं. दक्षिण कोरिया को इस बात का संदेह है कि उत्तर कोरिया पर तमाम पाबंदियों के बावजूद युद्ध के उकसावे का कोई भी हथकंडा अपना सकता है.

उधर जापान के राष्ट्रपति शिंजो आबे ने भारतीय मंत्री अरुण जेटली से कहा है कि जापान भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार है. रूस की तरफ से उत्तर कोरिया पर प्रतिबन्ध की बात पर वैश्विक पटल पर सभी देशों में एक मत नहीं बन रहा है जिसे बेहद चिंता का विषय मन जा सकता है.

विश्व की महाशक्तियां बंटी हुई नजर आ रही हैं. रुस और चीन दोनों ही अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के खिलाफ नजर आ रहे हैं. साथ ही अमरीका ने उत्तर कोरिया पर कड़े प्रतिबंधों की वकालत की है. सुरक्षा परिषद में भी अमेरिका इसके सम्बन्ध में प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है. साथ ही पूरे विश्व से उत्तर कोरिया को अलग थलग किये जाने की तमाम कोशिशें अमेरिका द्वारा की जा रही हैं.

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