ब्यूरो,
जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने चीन पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाक़ात की। भारत व चीन के संबंधों में आई कड़वाहट को ध्यान में रखते हुए मोदी और शी की मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है। यह मुलाक़ात जी 20 के नेताओं की बैठक से इतर हुई।
मोदी और शी के बीच की यह बैठक आज सुबह हांगझोउ वेस्ट लेक स्टेट गेस्टहाउस में हुई। दोनों नेताओं के बीच यह बैठक कई विवादित मुद्दों के सिलसिले में हुई। इन मुद्दों में पाकिस्तान के आतंकी संगठनों को संयुक्त राष्ट्र में सूचीबद्ध किए जाने, चीन द्वारा परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह में भारत की सदस्यता रोकी जाने और 46 अरब डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का मुद्दा शामिल है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट किया, “हांगझोउ में पहली बैठक मेजबान के साथ हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की।”
इन दोनों नेताओं की पिछली मुलाकात ताशकंद में जून में आयोजित हुए शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक के दौरान हुई थी। इनकी अगली बैठक अगले माह गोवा में आयोजित होनेवाले ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान होगी।
बैठक के बाद दोनों नेता जी 20 सम्मेलन से पहले ब्रिक्स के नेताओं की बैठक में शिरकत करेंगे। इस बैठक में जी 20 के लिए उनकी रणनीति तय की जाएगी।जी20 सम्मेलन का मूल विषय ‘‘विकास के लिए नीति समन्वय मजबूत करना और एक नया रास्ता तलाशना है।
इससे पहले पीएम मोदी ने ट्वीट कर अपने चीन पहुंचने की जानकारी दी। ट्वीट के साथ प्रधानमंत्री की यहां के अधिकारियों के साथ हाथ मिलाते हुए तस्वीर भी पोस्ट की गई।
मोदी हनोई में अपनी दो दिवसीय यात्रा पूरी करके कल रात को हांगझोउ पहुंचे थे। वह अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मैलकॉम टर्नबुल और सउदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान के साथ भी द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।