सौम्या केसरवानी । Navpravah.com
भारत ने चीन को सीधा जवाब देते हुए कहा कि “भारत की स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट है, द्विपक्षीय ढांचे में जम्मू-कश्मीर समेत सभी मुद्दों पर पाकिस्तान से बातचीत करने में भारत के रवैए में कोई बदलाव नहीं आया है।’’ व इसमें किसी भी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि मामले के मूल में सीमापार से भारत में आतंकवाद फैलाया जा रहा है, जिससे पूरे क्षेत्र में शांति और स्थिरता को खतरा उत्पन्न हो गया है। चीन ने बुधवार को कहा था कि वह कश्मीर पर भारत व पाकिस्तान के संबंधों को सुधारने के लिए रचनात्मक भूमिका निभाने को तैयार है, लेकिन, चीन ने सोमवार को कश्मीर में अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों पर हुए आतंकवादी हमले पर कुछ नहीं कहा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा था, “कश्मीर के हालात ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का काफी ध्यान खींचा है।” डोकलाम क्षेत्र में भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि राजनयिक चैनल खुले हुए हैं और उनका पहले की तरह से उपयोग जारी रहेगा।
गौरतलब है कि डोकलाम के मुद्दे पर भारत और चीन के बीच तनातनी का माहौल है, इस दौरान चीन की तरफ से लगातार उकसावे वाले बयान आ रहे हैं। इससे पहले चीन के एक सरकारी अखबार के संपादकीय में सीधे-सीधे धमकी देते हुए लिखा गया था कि इससे पहले कि हालात और बिगड़ जाएं और भारत को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ें, वो डोकलाम से अपने सैनिक हटा ले।