अभिजीत मिश्र । Navpravah.com
चार यूरोपीय देशों के दौरे पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को रूस पहुँचे। मोदी रूस में होने जा रहे सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम में सम्मलित होंगे और वहीं रशिया के प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन से मुलाक़ात करेंगे।
मोदी और पुतिन की इस मुलाकात से दोनों देशों के बीच कई करार होने की संभावना है, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण तमिलनाडु और कड़नकुलम में न्यूक्लियर प्लांट की अंतिम 2 यूनिट को बनाने के लिए भारत रशिया की मदद चाहता है।
इसके अलावा भारत और रूस के बीच तकनीक, रेलवे ओर कल्चरल एक्सचेंज समेत 12 और करार होने है।
अगर भारत और रूस के बीच में ये एटॉमिक करार हो गया, तो भारत को इससे बहुत फायदा मिलेगा। भारत में रूस के द्वारा बनाये गए 2 यूनिट से 1000 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होगा।
भारत वहीं चीन के वन रोड वन बेल्ट (OROB) की भी बात करेगा, चीन के इस कदम से पूरे रुस में चीन का विरोध हो रहा है। रूस पहुँचते ही मोदी ने ट्वीट किया कि
मैं ऐतिहासिक शहर सेंट पीटर्सबर्ग पहुँच गया हूं, इस दौरे से काफी उम्मीदें है। यहां आने का मकसद दोनों देशों के रिलेशनशिप को मजबूत करना है।
रूस के एम्बेसेडर पंकज सरन का कहना है कि पिछले 3 सालों से दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध है ओर मोदी और पुतिन के बीच की केमिस्ट्री काफी अच्छी है।
दोनों देशों के बीच 7.7 अरब के कारोबार हुए हैं और आने वाले इस समय में इसे 25 अरब करने का लक्ष्य रखा है।