शिखा पाण्डेय,
पाकिस्तान के विदेश सचिव ने भारतीय उच्चायुक्त को कश्मीर विवाद पर बातचीत के लिए न्यौता भेजा है।
पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायुक्त को बुलाकर एक चिट्ठी सौंपी है। भारत ने दो दिन पहले ही ऐलान किया था कि कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान से अब कोई बातचीत नहीं की जाएगी। बातचीत होगी तो पीओके और आतंकवाद जैसे मुद्दे पर होगी, जिसके बाद पाकिस्तान की ओर से बातचीत का न्योता आ गया है।
पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने बताया,” विदेश सचिव ने भारतीय उच्चायुक्त गौतम बम्बावाले को सोमवार को दोपहर के बाद बुलाया और उन्हें अपने भारतीय समकक्ष के लिए एक पत्र सौंपकर उन्हें भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद के मुख्य विषय जम्मू कश्मीर मुद्दे पर बातचीत के लिए पाकिस्तान आने का निमंत्रण दिया।”
ज़करिया ने बताया, “पत्र में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्तावों के अनुरूप, जम्मू कश्मीर विषय के हल के लिए दोनों देशों भारत और पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय कर्तव्य को रेखांकित किया गया है।”
दरअसल कुछ दिनों से भारत सरकार ने पीओके पर अपना दावा जता दिया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से अपने भाषण में भी आज पाक अधिकृत कश्मीर के मुद्दे को उठाया और बलूच के लोगों को आभार जताया। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत की विदेश नीति में आ रहे बदलाव का असर पाकिस्तान के रवैये पर दिख रहा है। तभी पाकिस्तान ने कश्मीर विवाद पर बातचीत का न्यौता भेजा है, जबकि भारत लंबे समय से पाकिस्तान से आतंक के मुद्दे पर ही बात करना चाहता है।
आपको याद दिला दें कि कुछ दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर के मुद्दे पर संसद को संबोधित किया था और कहा था कि भारत सिर्फ पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) पर बातचीत का इच्छुक है तथा इस्लामाबाद के साथ जम्मू कश्मीर के बारे में बातचीत करने का सवाल ही नहीं उठता। अब सारी बातों का मंथन कर पाकिस्तान ने यह आमंत्रण भेज दिया।
उधर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आजादी की मांग तेज हो गयी है। पाकिस्तान ने चालांकी दिखाते हुए बलूच के नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया है। पाक ने कहा है कि इन मसलों का हल सिर्फ बातचीत कर ही निकाला जा सकता है। पाकिस्तानी के अखबार डॉन मुताबिक, बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री नवाब सनाउल्लाह जेहरी और दक्षिणी कमांड के कमांडर लेफ्टिनेंट जमरल अमीर रियाज ने कहा कि वे स्व-निर्वासित बलूच नेताओं के देश में लौटाने का स्वागत करेंगे।