सीमा विवाद तो बहाना है, कोरोना जो छिपाना है!

न्यूज़ अपडेट | Navpravah Desk

चीन सीमा विवाद बढ़ा कर नया दांव चल रहा है, ऐसा करके चीन कोरोना वायरस से सभी का ध्यान खींचना चाहता है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की लोकप्रियता भी खतरे में पड़ गयी है।

जिनपिंग ने चीनी आर्मी को जंग के लिए तैयार रहने का आदेश दिया है। चीन में इंच-इंच जमीन की रक्षा करने का संकल्प लिया गया है, लेकिन चीन का कोई भी पड़ोसी मुल्क इस तरह की मानसिकता नहीं रखता है।

कोरोना वायरस के कारण चीन के ठप उद्योग धंधे दोबारा शुरू तो हो गए हैं, लेकिन डिमांड ही नहीं है, तो फैक्ट्रियां खोल कर भी कोई फायदा नहीं हो रहा है। चीन के लाखों युवा बेरोजगार हो चुके हैं। चीन में बेरोजगारी की दर बढ़ कर 6 परसेंट हो चुकी है, ये जिनपिंग के लिए खतरे की घंटी है।

चीन की इकॉनमी 13.7 ट्रिलियन डॉलर की है, 1976 के बाद पहली बार चीनी इकॉनमी में 6.8 परसेंट की गिरावट आई है, ये जनवरी से मार्च 2020 के आंकड़े हैं।

जानकारों के मुताबिक चीन अब भयानक मंदी की तरफ बढ़ रहा है। कोरोना काल में सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि कई देशों से चीन के रिश्ते खराब हो चुके हैं, इसकी कीमत भी चीन चुकाएगा। चीन स्टील का सबसे बड़ा आयातक है। ये स्टील ब्राजील और ऑस्ट्रेलिया से मंगाता है। ऑस्ट्रेलिया ने जब से वुहान वायरस की जांच की मांग की है, दोनों के रिश्ते बेहद खराब हो चुके हैं।

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