चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है, चीन की पीपुल लिबरेशन आर्मी ने उत्तराखंड भारत-चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा का पिछले अगस्त के महीने में तीन दफा उल्लंघन किया था।
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि, अगस्त माह में चीनी सेना सीमा का उल्लंघन कर उत्तराखंड के चमोली जिले के बाराहोती गांव में 4 किलोमीटर अंदर आ गई थी।
चीनी सेना के द्वारा इस साल किए गए सीमा उल्लंघन के बाबत सवाल पूछे जाने पर नॉदर्न कमांड के कमांडिंग इन चीफ (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने बताया कि, ऐसी घटनाएं उन इलाकों में होती हैं, जहां भारतीय सेना का चीनी सेना के बीच वर्तमान नियंत्रण रेखा के सन्दर्भ में अलग मंतव्य हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि, भारत और चीन के बीच उच्चतम स्तर पर एक बेहतर समन्वय है, जहां ऐसे विवादों के सन्दर्भ में दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधि आपस में बैठक करते हैं, इस दौरान सीमा पर होने वाले ऐसे विवादों को आपस में सुलझा लिया जाता हैं।
उल्लेखनीय है कि, भारतीय वायुसेना के प्रमुख बीएस धनोआ ने भी पड़ोसी देशों से भारत को बढ़ते खतरे का अंदेशा जताते हुए बुधवार को कहा कि, हम सीमा पार से विद्रोह का सामना कर रहे हैं, हमारे पड़ोसी देश खाली नहीं बैठे हैं।
बता दें कि, इससे पहले बीते अप्रैल माह में भारतीय वायुसेना के प्रमुख बी एस धनोआ ने कहा था कि चीन भारत सीमा पर तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र में अपनी हवाई ताकत को बढ़ा रहा है, एयर चीफ मार्शल ने एक संबोधन में कहा कि सभी आकस्मिक स्थितियों में अभियानों के पूर्ण संचालन के लिए लड़ाकू विमानों के 42 स्क्वाड्रन की जरूरत है।