केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने आज कहा कि भारत में ‘महागठबंधन’ जांचा, परखा और विफल विचार रहा, और यदि ऐसा कोई गठबंधन फिर बनता है तो 2019 का चुनाव एक मजबूत नेता के नेतृत्व वाली स्थिर सरकार के बीच मुकाबला होगा।
उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की जीत को लेकर विश्वास जताते हुए कहा कि, यह भारत द्वारा अराजक प्रकार के गठजोड़ को परखने का समय नहीं है।
जेटली ने कहा, आपने इसे चंद्रशेखर के तहत देखा, वी पी सिंह के समय भी आंशिक रूप से इसे परखा गया, चौधरी चरण सिंह, आई के गुजराल और देवगौड़ा के समय भी इसे देखा गया, यह एक ऐसा प्रयोग है जहां नीतियों की हत्या हो जाती है।
आने वाले दिनों में होने वाले कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव और आगामी लोक सभा चुनावों के मद्देनजर जेटली की यह टिप्पणी अहमियत रखती है, उन्होंने आगे कहा कि, आप उन दलों के साथ गठबंधन नहीं कर सकते जिनके नेता स्वतंत्र राय रखने वाले हैं या वे इसलिये गठबंधन में रहना चाहते हैं जिससे आपराधिक मामले बंद हो जाएं।
उन्होंने कहा कि इतिहास ने भारत को महान अवसर उपलब्ध कराया है, भारत वैश्विक मंदी और दूसरे कारकों के बावजूद लगातार तेजी से वृद्धि कर रहा है, उन्होंने कहा, इसलिए, अभी हमें समन्वय, शासन और नीति की जरूरत है, यह समय नहीं है जब आप किसी अराजक गठबंधन को देखें।