एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को दी जाने वाली 25 मिलियन डॉलर की आर्थिक मदद बंद होने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। अमेरिका के इस फैसले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहीद अब्बासी ने इस मुद्दे को लेकर आपात बैठक बुलाई है। अमेरिका ने पाकिस्तान को आतंकियों के लिए सुरक्षित पनागाह बताया था और इसके बाद ही अमेरिका ने पाकिस्तान के लिए आर्थिक मदद रोकने का फैसला लिया था।
इस बैठक में प्रधानमंत्री अब्बासी के साथ पाकिस्तान ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई के चीफ, पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे। ट्रम्प प्रशासन के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर जानकारी दी कि अब अमेरिका की कोई योजना नहीं है कि वह पाक में वित्तीय वर्ष 2016 के लिए सैन्य सहायता के नाम पर करोड़ों डॉलर की राशि निवेश करे। इस अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति को उम्मीद है कि इस कार्यवाई के बाद पाकिस्तान अपने जमीन पर पनप रहे आतंकवाद के खिलाफ कोई निर्णायक कदम उठाएगा।
आगे उन्होंने दक्षिण एशिया की रणनीति में पाकिस्तान का साथ अमेरिका को मिलना चाहिए। पाकिस्तान के विदेश मंत्री खाव्जा आसिफ ने पाकिस्तान में एक निजी चैनल से बात करते हुए कहा कि बैठक में ट्रम्प के बयान की एक विस्तृत समीक्षा की गई। उन्होंने आगे कहा कि दोनों नेताओं ने देश की विदेश नीति पर बातचीत की है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक ट्वीट किया था जिसमें ट्रम्प ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए लिखा था कि पाकिस्तान अपनी जमीन पर आतंकवाद को सुरक्षित जमीं मुहैया कराता है। इसी वजह से ट्रम्प प्रशासन ने पाकिस्तान पर सख्त रुख अपनाते हुए पाकिस्तान को दी जाने वाली आर्थिक मदद रोकने का फैसला लिया है।