एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
ब्रिटेन की सेल्वा हुसैन एक ऐसी महिला हैं जिनका दिल उनके शरीर के अंदर नहीं बल्कि उनके बैग में है। आपने हार्ट ट्रांसप्लांट के बारे में सुना ही होगा, जिसमें एक मनुष्य का दिल दूसरे मनुष्य के शरीर में लगाया जाता है। सेल्वा हुसैन को भी हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी की जरूरत थी, पर उन्हें डॉक्टरों ने हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी करने के बदले एक ऐसा अर्टिफिकल हार्ट लगाने के लिए कहा, जो की शरीर के अंदर नहीं बल्कि शरीर के साथ लेकर घुमा जा सकता है। इस अर्टिफिशियल हार्ट के लिए सेल्वा हुसैन ने डॉक्टरों को हाँ बोल दिया और तब से सेल्वा अपना दिल अपने पीछे लटके हुए बैग में लेकर घूमती हैं।
दरसल दो बच्चो की माँ सेल्वा हुसैन 6 महीने पहले सांस लेने की तकलीफ से परेशां थी। परेशानी इतनी बढ़ गई कि सेल्वा तुरंत डॉक्टरों से जांच कराने अस्पताल पहुंची। डॉक्टर ने जांच के बाद बताया कि सेल्वा को सीरियस हार्ट फेलियर की समस्या है और इसके लिए सेल्वा को विश्वप्रसिद्ध हरेफील्ड अस्पताल में रेफेर कर दिया गया। इस अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें जीवित रखने के लिए काफी मेहनत की।
डॉक्टरों ने बताया कि सेल्वा की इतनी हालत नाजुक थी कि उन्हें ना ही लाइफ सपोर्ट के जरिए जीवित रखा जा सकता था और न ही उनका हार्ट ट्रांसप्लांट किया जा सकता था। इसलिए डॉक्टरों ने उनको एक ऐसा आर्टिफीसियल हार्ट का सिस्टम लगाया जो शरीर के बाहर रहता है, लेकिन उसका कनेक्शन शरीर के भीतर इस तरह किया जाता है कि जो बिलकुल हार्ट की तरह शरीर में खून पंप करता है। यह सिस्टम बैटरी द्वारा चलता है। सेल्वा के पास इस सिस्टम का हमेशा बेकअप रहता है, अगर बेटरी ख़राब हो जाए या सिस्टम ख़राब हो जाए तो, वे सिर्फ 60सेकंड में इस सिस्टम को बदल सकती है। इसके लिए सेल्वा के पति या एक सहायक हमेशा उनके साथ रहते हैं।