- यात्रियों की सुरक्षा और एक्सीडेंट की घटनाओं में कमी लाने के लिए योगी सरकार लगाएगी डिवाइस
- प्रायोगिक तौर पर शुरुआत में 10 बसों में लगाया जा रहा है एंटी स्लीप डिवाइस
रामकृष्ण पाण्डेय | navpravah.com
लखनऊ | राज्य परिवहन विभाग यात्रियों और वाहनों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नज़र आ रही है। रोडवेज़ बसों का एक्सीडेंट न हो, इस बाबत परिवहन विभाग ने बसों में एंटी स्लीप डिवाइस लगाने की योजना तैयार की है। प्रायोगिक तौर पर अभी यह 10 बसों में लगाया जा रहा है। इस डिवाइस को लगाने में लगभग 14000 रुपए प्रति यूनिट खर्च आएगा।
परिवहन निगम यात्रियों को सुरक्षित यात्रा कराने के लिए लगातार नई-नई तकनीक का प्रयोग कर रहा है। इससे पूर्व निगम की बसों में पैनिक बटन भी लगाया गया है।
प्रथम चरण में 680 बसों में लगेगी डिवाइस-
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बसों में एंटी स्लीप डिवाइस लगाए जाने के लिए एजेंसी का चयन हो चुका है। उन्होंने बताया कि मे० इनसेप्टम टेक्निका सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड का चयन विभाग द्वारा किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि यह सफल रहा तो जल्द ही प्रथम चरण में 680 बसों में एंटी स्लीप डिवाइस लगाई जाएगी।
एक्सीडेंट की आशंका पर ब्लिंक होने लगेगा डिवाइस
परिवहन मंत्री ने बताया कि एंटी स्लीप डिवाइस लोगों के सुरक्षा के लिए बहुत ही कारगर साबित होगा। उन्होंने बताया कि एक्सीडेंट की आशंका को देखते हुए इस एंटी स्लीप डिवाइस के माध्यम से एलईडी पर ब्लिंक होने लगेगा, जो की नाइट मोड में 5 से 8 सेकंड तथा डे-मोड में 6 से 9 सेकंड का होगा। तत्पश्चात बजर की आवाज़ आनी शुरू होगी। इसके पश्चात् सायरन बजेगा, तत्पश्चात एसएमएस मुख्यालय पर पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि क्लाउड पर डाटा भी स्टोर हो जाएगा।