केंद्र की ‘उड़ान सेवा’ से राज्यों में टेंशन

सौम्या केसरवानी | navpravah.com

लॉकडाउन के बीच कल से घरेलू उड़ानों को शुरू करने की तैयारी बना ली गयी है, लेकिन अभी तक इससे जुड़े नियमों को लेकर कई राज्यों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। उड़ानें फिर से शुरू करने की केंद्र सरकार की योजना को लेकर महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु ने चिंता जताई है। इन राज्यों में देश के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में शुमार हवाई अड्डे आते हैं।

महाराष्ट्र सरकार ने उड़ानों को लेकर कहा कि, राज्य सरकार ने 19 मई के अपने लॉकडाउन संबंधी आदेश में संशोधन नहीं किया है। इस आदेश में सिर्फ कुछ विशेष उड़ानों की अनुमति दी गई है। इससे यह संकेत मिल रहा कि महाराष्ट्र ज्यादा लोगों के राज्य में आने को लेकर उत्सुक नहीं है।

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ट्वीट कर कहा कि ‘रेड जोन में हवाईअड्डे खोलने की सलाह अत्यंत नासमझी वाली है। केवल यात्रियों की थर्मल जांच करना और लार के नमूने लेना अपर्याप्त होगा, संक्रमित रोगी के आने से रेड जोन पर दबाव और बढ़ जाएगा।’

तमिलनाडु ने भी इसी तरह की चिंता जताते हुए विमानन मंत्रालय से योजना को 31 मई तक टालने का आग्रह किया है। कोरोना संक्रमण के मामलों के लिहाज से महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु दूसरा सबसे प्रभावित राज्य है। वहीं, पश्चिम बंगाल सरकार ने भी साइक्लोन अम्फान से हुई तबाही का हवाला देते हुए कहा कि कोलकाता की उड़ानों पर कम से कम 30 मई तक रोक लगाने का आग्रह किया है।

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