ब्यूरो | navpravah.com
लॉकडाउन के चौथे चरण के पहले दिन ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने सभी सरकारी और निजी दफ्तर खोलने का आदेश दे दिया। मुख्यमंत्री ने एक तरफ तो पूरी क्षमता के साथ दफ्तर खोलने की बात कह दी, दूसरी तरफ कहा कि कम्पनियाँ प्रयास करें कि ज़्यादातर कर्मचारी घर से काम करें। आज लॉकडाउन 4 का पहला दिन है, एक दिन पहले ही केंद्र ने लॉकडाउन के दौरान रियायतें देने का अधिकार राज्य सरकारों को सौंप दिया था।
गैदरिंग की अनुमति नहीं-
आज घोषणा करते समय मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि पूरी क्षमता के साथ कंपनियों को काम करने की इजाज़त दी जा रही है, लेकिन किसी भी तरह की गैदरिंग करने की अनुमति नहीं होगी। केजरीवाल ने यह भी कहा कि दिल्ली के कन्टेंटमेंट जोन में किसी तरह की कोई गतिविधि की अनुमति नहीं होगी।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली के लिए छूट की घोषणा करते हुए साफ किया कि अभी मेट्रो स्टेशन, स्कूल, कॉलेज, शॉपिंग मॉल, स्विमिंग पूल, पार्क, थिएटर, बार, ऑडिटोरियम और असेम्बली हाल सब बंद रहेंगे। यहां तक सैलून और स्पा एवं धार्मिक स्थल भी बंद रहेंगे।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि दिल्ली में मामले ज़्यादा है, लेकिन यह अच्छी बात है कि रिकवर हो रहे लोगों की संख्या में इज़ाफ़ा हो रहा है। दिल्ली में 10,054 मामले आए हैं, जिसमें से लगभग 45% लोग ठीक भी हो गए हैं। हालांकि, 160 लोगों की मौत हो गई, जो नहीं होनी चाहिए थी। केजरीवाल ने कहा कि हम हर व्यक्ति की जान बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी कि अन्य राज्य या देश की अपेक्षा दिल्ली में मौत कम है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए लॉकडाउन का भरपूर इस्तेमाल किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत किया। उन्होंने कहा कि हमने केंद्र की गाइडलाइंस के तहत ढील देने का निर्णय किया है।