ब्यूरो (कोलकाता) | navpravah.com
कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में चक्रवाती तूफ़ान अम्फान की वजह से क़रीब 12 लोगों की मौत ही गई। हज़ारों मकान क्षतिग्रस्त हो गए और निचले इलाक़ों में पानी भर गया। स्थानीय अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक़, पेड़ के गिरने और करंट लगने से लोगों ने अपनी जान गँवा दी। मिली जानकारी के मुताबिक़, हुगली और उत्तर 24 परगना जिलों में तीन लोगों की मृत्यु करंट लगने की वजह से हो गई।
स्थानीय अधिकारियों ने तूफ़ान से हुई तबाही के बारे में बताया कि कोलकाता के रीजेंट उद्यान क्षेत्र में एक महिला और उसके सात वर्षीय बेटे पर पेड़ गिर जाने से उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि तूफान के कारण उड़कर आई किसी वस्तु के टकरा जाने से कोलकाता में एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि इस चक्रवाती तूफान के कारण जान-माल को हुए नुकसान का अनुमान लगाना अभी संभव नहीं है, क्योंकि जिन क्षेत्रों में सर्वाधिक तबाही मची है, उनमें अब भी जाना संभव नहीं है।
भारी बारिश और 190 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ ‘अम्फान’ बुधवार दोपहर ढाई बजे पश्चिम बंगाल के दीघा तट पर पहुंचा। इसके बाद राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश और तूफान आया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य सचिवालय से मंगलवार रात से हालात पर नजर रख रही हैं। उन्होंने कहा कि ‘अम्फान’ का प्रभाव कोरोना वायरस से भी भीषण है। पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलो में चक्रवात के कारण भारी बारिश और तूफान आने से खपरैल वाले मकानों के ऊपरी हिस्से तेज हवाओं में उड़ गए, पेड़ एवं बिजली के खम्भे उखड़ गए और निचले शहरों एवं गांवों में पानी भर गया।
कोलकाता में 125 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं ने कारों को पलट दिया और पेड़ एवं खम्भे उखड़कर गिर जाने से कई अहम रास्ते बाधित हो गए। कोलकाता, उत्तर 24 परगना एवं दक्षिण 24 परगना में लंबे समय तक बिजली आपूर्ति ठप रही। मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं भी बाधित हुईं। सुंदरवन डेल्टा के तटबंध इस चक्रवात के कारण टूट गए। टीवी में दिखाई गई फुटेज में दीघा और सुंदरवन में ज्वारभाटा की ऊंची लहरें उठती दिख रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार ने पांच लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।