एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
भारत को 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में पहलवान सुशील कुमार ने राष्ट्रमंडल खेलों में अपने स्वर्ण पदकों की हैट्रिक पूरी कर ली है। सुशील ने पुरुषों की 74 किलोग्राम वर्ग स्पर्धा में दक्षिण अफ्रीका के जोहानेस बोथा को 10-0 से मात देकर राष्ट्रमंडल खेलों का तीसरा स्वर्ण पदक जीत लिया है।
इससे पहले, सुशील ने 2010 दिल्ली और 2014 ग्लास्गो में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। इस जीत के साथ ही उन्होंने अपने पदकों की हैट्रिक पूरी की है।
सुशील कुमार ने अपना गोल्ड मेडल हाल ही में हिमाचल में हादसे का शिकार हुए मृत बच्चों को समर्पित किया है। सुशील कुमार ने ट्वीट करते हुए लिखा- जिंदगी से ज्यादा कीमती कुछ नहीं है। तीसरी बार गोल्ड जीतना गर्व की बात है। लेकिन हिमाचल में हुए हादसे में अपनी जान गंवाने वाले बच्चों को मैं यह मेडल समर्पित करता हूं।
कॉमनवेल्थ खेलों में सोना जीतकर वापस लौटे पहलवान सुशील कुमार की बाबा रामदेव ने भी जमकर तारीफ की है। बाबा रामदेव ने कहा कि 2016 के ओलंपिक खेलों में भारतीय पहलवान सुशील कुमार एक और गोल्ड मेडल जीत सकते थे यदि उन्हें अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में खेलने से नहीं रोका जाता।
बाबा रामदेव ने दो बार ओलंपिक में पदक जीत चुके सुशील कुमार से मुलाकात की और उनकी खूब प्रशंसा की, सुशील ने 2018 में गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता है।
बाबा रामदेव ने कहा, हम सब को सुशील पर गर्व है। सुमित और सुशील दोनों ने कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत का नाम रोशन किया है। मैं युवाओं से अनुरोध करता हूं कि वे इन दोनों से प्रेरणा लें।