एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
आईपीएल के 11वें सीजन के आखिरी लीग मैच में चेन्नई ने पंजाब को पांच विकेट से हराकर प्लेऑफ में पहुंचने की उसकी उम्मीदों को तोड़ दिया है, इस मैच में चेन्नई के लिए सुरेश रैना और दीपक चाहर की पारियां खास रहीं।
चेन्नई की टीम ने पहले शानदार गेंदबाजी करते हुए पंजाब को केवल 153 रनों पर ही रोक दिया, जिसके बाद चेन्नई के लिए भी यह लक्ष्य आसान नहीं रहा लेकिन 19.1 ओवर में ही पांच विकेट खोकर धोनी की टीम ने यह मैच अपने नाम कर लिया।
पंजाब के लिए यह मैच जीतना बहुत जरूरी था वह भी काफी बड़े अंतर से क्योंकि इससे एक मैच पहले ही मुंबई की टीम दिल्ली की हाथों हार कर प्लेऑफ से बाहर हो गई जिससे पंजाब को प्लेऑफ में पहुंचने का मौका मिल गया।
लेकिन इसके लिए पंजाब को जीत के साथ साथ बेहतर रनरेट की भी जरूरत थी। जब चेन्नई के कप्तान धोनी ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया। यह तय हो गया था कि पंजाब को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए इस मैच में कम से कम 53 रनों की जीत हासिल करनी होगी जिसके लिए जरूरी था कि टीम एक बड़ा स्कोर खड़ा करे।
लेकिन पंजाब की शुरुआत अच्छी नहीं रही और पारी के दूसरे और लुंगी एनगिडी के पहले ओवर की दूसरी ही गेंद पर क्रिस गेल बिना खाता खोले विकेट के पीछे कप्तान धोनी को कैच देकर आउट हो गए, कप्तान धोनी ने भी काफी धीमी अपील की थी, लेकिन अंपायर के निर्णय देने से पहले ही क्रिस गेल पवेलियन की ओर चल दिए।
केवल तीन ओवर में ही 15 रन पर दो विकेट खोने पर टीम पर काफी दबाव था, इसके बाद लुंगी एनगिडी अपना दूसरे ओवर करने आए, वे अपनी तेज गेदों से पंजाब के केएल राहुल को काफी परेशान करते नजर आए, लेकिन ओवर की अंतिम गेंद पर एनगिडी की शानदार इनस्विंगर गेंद को ठीक से पढ़ नहीं पाए और बोल्ड आउट हो गए।
इस तरह लुंगी के दबाव का काम आया और 4 ओवर तक पंजाब की टीम केवल 16 रनों पर तीन विकेट खोकर भारी दबाव में आ गई क्योंकि पूरे सीजन में टीम के दो ही बल्लेबाज चल रहे थे और वे ही पेवलियन लौट चुके थे।