एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
रोनाल्डो ने कल फीफा वर्ल्डकप के ग्रुप मैच में मोरक्को के खिलाफ चौथे ही मिनट में गोल कर पुर्तगाल के लिए अपना 85 वां गोल कर यह यूरोप के सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय गोल करने वाले यूरोपियन खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया।
यूरोपीय खिलाड़ियों की बात करें तो रोनाल्डो ने हंगरी के फेरेंक पुसकास को पीछे छोड़ा है जिनके नाम 84 गोल हैं। उसके बाद हंगरी के ही सांदोर कॉकसिस 75 गोलों के साथ तीसरे स्थान पर हैं।
इसके अलावा रोनाल्डो इस विश्व कप में भी सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं और गोल्डन बूट की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं। 33 साल के रोनाल्डो पिछले तीन वर्ल्डकप में 70 शॉट में से केवल तीन को ही गोल में बदल सके थे। जबकि इस वर्ल्डकप में वे केवल पांच शॉट्स में ही चार को गोल में बदल चुके हैं।
मोरक्को कोच रोनाल्डो के खतरे से पहले से ही तैयार थे और उन्होंने मैच में रोनाल्डो को रोकने के लिए खास योजनाएं भी बनाई थी जिससे उनकी टीम पहले दौर में टूर्नामेंट से बाहर होने बच सके।
मोरक्को के इस फ्रेंच कोच ने मैच से पहले कहा था। यदि आप रोनाल्डो के खिलाफ श्रेष्ठ योजनाएं भी लाएंगे तो वे उन योजनाओं का तोड़ निकाल लेंगे, चाहे अपनी टीम को सही राह पर लौटाना हो या अपनी टीम के लिए बेहतरीन जीत हासिल करना हो, वे हमेशा ही अंतर पैदा कर देते हैं, वे एक बेहतरीन और खास हैं।
एक खास बात यह भी है कि इस विश्वकप से पहले फुटबॉल के तीन दिग्गजों की तुलना की जा रही थी जिसमें रोनाल्डो के अलावा ब्राजील के नेमार और अर्जेंटीना के मेसी की शामिल थे। रोनाल्डो के अलावा नेमार और मेसी दोनों ही अपने पहले मैच में अपनी प्रतिष्ठा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके हैं बल्कि मेसी तो पहले मैच में एक पेनाल्टी को भी गोल में बदलने में नाकाम हो गए थे और आईसलैंड जैसी टीम के साथ उनकी टीम का मैच ड्रॉ हो गया था।