एनपी न्यूज़ डेस्क | Navpravah.com
कल रामनवमी के पर्व पर देशभर में कई तरह के आयोजन किए गए थे। जगह-जगह पर लोगों ने जुलूस तथा शोभायात्राएं भी निकालीं। पश्चिम बंगाल में इसी तरह के एक धार्मिक जुलूस के दौरान कुछ लोगों ने हथियारों का प्रदर्शन किया।
इस जुलूस में कुछ लोगों ने हाथों में तलवार या पिस्तौल लेकर शक्ति प्रदर्शन किया, ये रैलियां बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस, दोनों ही पार्टियों द्वारा निकाली गईं, पुरुलिया में इस दौरान हुए संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी।
पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर बीजेपी और अन्य हिंदू संगठनों द्वारा रैलियों का आयोजन किया गया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष खुद एक रैली में तलवार और गदा के साथ नजर आए।
इस पर घोष ने कहा कि, उन्हें शोभायात्रा के दौरान हथियार लेकर चलने पर कोई पाबंदी लगे होने के बारे में नहीं पता था।रामनवमी के दिन अस्त्र पूजा करना सदियों पुरानी हिंदू परंपरा है।
इस मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि, किसी गुंडागर्दी की इजाजत नहीं दी जाएगी और न ही किसी को तलवारबाजी कर बाहुबल के जरिए इलाके में नियंत्रण की अनुमति होगी। धर्म के नाम पर गुंडागर्दी या किसी की हत्या को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ममता बनर्जी ने आगे कहा कि, क्या कभी भगवान राम ने कहा कि उनके भक्त हथियार लेकर उनकी रैली में आएं, उन्होंने कहा कि कुछ असमाजिक तत्व भगवान राम के नाम को बदनाम कर रहे हैं। हमने राज्य में शांतिपूर्ण रैलियों की अनुमति दी थी। लेकिन कुछ लोगों ने कानून का उल्लंघन किया और गुंडागर्दी की, लेकिन इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।